शेयर बाजार के आखिरी दिन यानी शुक्रवार को रुपया अपनी आरंभिक कारोबारी बढ़त बरकरार नहीं रख सका और अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 75.58 पर लगभग स्थिर बंद हुआ। विदेशी मुद्रा कारोबारियों के अनुसार घरेलू शेयर बाजार में तेजी, विदेशी पूंजी प्रवाह जारी रहने, व्यापार गतिविधियां शुरू होने और अमेरिकी डॉलर के दुनिया की अन्य प्रमुख मुद्राओं की तुलना में कमजोर होने से स्थानीय मुद्रा को बल मिला।
हालांकि, अमेरिका और चीन के बीच व्यापार विवाद समेत अन्य जोखिम का प्रतिकूल असर रुपये पर पड़ा। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया मजबूत होकर 75.38 पर खुला लेकिन बाद में तेजी को बरकरार नहीं रख पाया और अंत में मामूली एक पैसा की गिरावट के साथ 75.58 पर बंद हुआ। यह बृहस्पतिवार को 75.57 पर बंद हुआ था।
एमके ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज के मुद्रा शोध प्रमुख राहुल गुप्ता ने कहा, ‘‘डॉलर के मुकाबले रुपया 75-75.65 के सीमित दायरे में रहा। निवेशकों को आगे बढ़ने के लिये किसी ठोस संकेत का इंतजार है।