डोरंडा कोषागार से 139.35 करोड़ की अवैध निकासी हुई थी। 1990 से 95 के बीच चाईबासा ट्रेजरी, देवधर ट्रेजरी, दुमका ट्रेजरी और डोरंडा ट्रेजरी से पशुचारा और पशुपालन के नाम पर कुल 950 करोड़ की अवैध निकासी हुई थी। लालू यादव चारा घोटाले के कुल पांच मुकद्दमों में अभियुक्त बनाए गए थे, अब इन पांचों मामलों में फैसला आ गया है और सभी में वह दोषी ठहराए गए हैं। अब तक उनकी 27 साल की सजा मुकर्रर हो चुकी है। उन्हें दोषी करार दिए जाने के बाद बिहार का सियासी पारा गर्म है। उनकी पार्टी राजद जहां कोर्ट के फैसले का सम्मान करते हुए लालू प्रसाद को मामले में फंसाने का आरोप लगा रही है, वहीं उनके विरोधी कोर्ट के निर्णय पर खुश हैं। अदालत के फैसलों से स्पष्ट है कि वह सामाजिक न्याय के लिए जेल नहीं गए बल्कि भ्रष्टाचार के कारण जेल पहुंचे हैं। जैसी करनी वैसी भरनी। उन्होंने भ्रष्टशचार का रिकार्ड बनाया है। अभी तो उनके और उनके परिवार के खिलाफ आईआरसीटीसी घोटाला लम्बित है। उम्र के इस पड़ाव पर जेल जाना बहुत दुख देने वाला है लेकिन अदालत ने एक संदेश फिर से दिया है कि कानून के आगे कोई बड़ा-छोटा नहीं। कानून ताे अपना काम करेगा ही।