अभिभावक तो यह चाहते हैं कि कोरोना की तीसरी लहर को भी देख िलया जाए और जब तक बच्चों का टीकाकरण होने के बाद ही स्कूल खोले जाएं। भारत में स्कूल खोलने को लेकर राय अलग-अगल हैं, लेकिन जरूरी नहीं जो बात दिल्ली में लागू हो सकती है वह किसी दूसरे राज्य में लागू नहीं हो सकती हो। स्थिति ऐसी नहीं है कि कोई समाधान बताया जा सके। बाजार, शापिंग मॉल, होटल, रेस्त्रां में जिन्दगी गुलजार तो हो गई लेकिन स्कूल कब गुलजार होंगे, कोई कुछ नहीं कह सकता।