सवाल यह भी है कि साहिल ने संबंधों को लेकर स्पष्टता क्यों नहीं बरती और दबाव की स्थिति में निक्की की हत्या तक करने में हिचक क्यों नहीं दिखाई। क्या उसके दिमाग में अपराधिक मानसिकता पल रही थी, अगर परिवार ने उस पर दबाव बनाया था तो उसने अपने विवेक से काम क्यों नहीं लिया, जहां तक साहिल के पिता और परिवार के अन्य सदस्यों का सवाल है उस संबंध में भी नई जानकारियां सामने आ रही हैं। पुलिस का कहना है कि साहिल के पिता को भी 25 साल पहले एक हत्याकांड में गिरफ्तार किया गया था और कई सालों तक मुकद्दमा चलने के बाद उसे दोषी भी ठहराया गया था। बाद में हाईकोर्ट में अपील करने पर वह बरी हो गया था अगर इस हत्याकांड में पिता की लिप्तता साबित होती है तो यह समाज के लिए घातक प्रवृति होगी कि एक पिता ही अपने बेटे को हत्या के लिए उकसा रहा था। एक परिवार अपने बच्चों को अच्छे संस्कार देता है लेकिन यहां तो गंगा उल्टी ही बहती नजर आ रही है। साहिल के पिता और परिवार ने यह भी नहीं सोचा कि वह दो-दो लड़कियों की जिंदगी बर्बाद कर रहे हैं।