जानकारी के मुताबिक उन्होंने कहा, ''केवल पुलिस और सुरक्षाबल ही स्थायी शांति नहीं ला सकते हैं। निर्वाचित जन प्रतिनिधियों और प्रशासन के अन्य धड़े भी इसमें बड़ी भूमिका निभा सकते हैं।'' उप राज्यपाल का यह बयान केंद्र शासित प्रदेश में कश्मीरी पंड़ितों की चुन-चुनकर हत्या की घटनाओं को लेकर राजनीतिक दलों द्वारा की जा रही आलोचना के जवाब में आया है।