रामनवमी के मौके पर पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बहुत ज्यादा सख्त हो गई है। उनका कहना है कि हिंसक घटनाओं के लिए जिम्मेदार लोगों की संपत्ति को जब्त किया जाएगा और कानून के मुताबिक उसकी नीलामी होगी। बता दें हिंसा करने वालों की नीलाम संपत्ति से मिली रकम से पीड़ितों की मदद की जाएगी। सोमवार को फिर से हिंसा छिड़ जाने के बाद ममता बनर्जी का बयान सामने आया है।

ममता बनर्जी ने कहा कि विधानसभा के पिछले सेशन में ही वेस्ट बंगाल मेंटनेंस ऑफ पब्लिक ऑर्डर बिल पारित किया गया है। इसके मुताबिक हिंसा करने वाले लोगों की संपत्ति को जब्त किया जाएगा और उसकी नीलामी से मिलने वाली रकम से ही पीड़ितों को मदद पहुंचाई जाएगी। पूर्वी मिदनापुर में एक आयोजन को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि रामनवमी के मौके पर बंगाल के अलावा देश के कई और राज्यों में हिंसा की घटनाएं हुई हैं। वे लोग दंगे भड़काने के लिए त्याहोरों का इस्तेमाल कर रहे हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर तय तारीख से पहले ही क्यों रामनवमी के जुलूसों को निकालना शुरू कर दिया जाता है।

दरअसल, हुगली के अलावा हावड़ा में भी बीते सप्ताह हिंसक घटनाएं हुई थीं। ममता बनर्जी ने इन घटनाओं के लिए भाजपा को जिम्मेदार भी बताया है। उन्होंने कहा कि आखिर ऐसी घटनाएं एक या दो दिन में ही क्यों नहीं खत्म हो जातीं और 5 दिन तक चलती हैं।मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसी घटनाओं को जानबूझकर अल्पसंख्यकों को मोहल्ले या उनके आसपास ही अंजाम दिया जाता है। उन्होंने कहा कि मुझे शक है कि 6 अप्रैल तक यह हिंसा जारी रह सकती है। शायद भाजपा के स्थापना दिवस को लेकर ही यह प्लानिंग की गई है।