पिछले दस महीनों में, 33 जिलों और शहरों में अवारा पशुओं द्वारा 4860 हमले किए गए हैं, जिनमें 28 लोगों की जान चली गई है। सबसे ज्यादा मौतें पोरबंदर (6), बनासकांठा (5) और पाटन (4) से हुईं, जबकि सबसे ज्यादा घटनाएं अहमदाबाद में 524, दाहिद (282), अमरेली (259), सूरत (248) से हुई हैं।राज्य सरकार ने 31 मार्च को गुजरात मवेशी नियंत्रण (रख-रखाव) विधेयक पारित किया था। इसके अनुसार, 8 प्रमुख शहरों और 156 कस्बों में रहने वाले चरवाहों पर अपने मवेशियों को सड़कों पर छोड़ने पर जुर्माने का प्रावधान था।