आज के इंटरनेट वाले युग में तेजी से हर रोज दुनिया बदल रही है। ऐसे में ऑनलाइन कंपनियां कई तरह की नई तकनीकों को ला रही है। ऐसी ही एक नई तकनीक आजकल काफी प्रचलन में बनी हुई है। जिसका नाम है ‘बाय नाउ पे लेटर’ (Buy Now Pay Later)। जैसा कि इसके नाम से ही पता चल रहा है कि इसमें ग्राहकों को शॉपिंग करने के कुछ दिन के बाद उसका बिल चुकाना होता है।
खरीददारी का तुरंत मजा. लेकिन बाद में सजा?
ऐसे में तुरंत फंड न होने की स्थिति में भी आप शॉपिंग का मजा ले सकते हैं। बता दें कि यह सुविधा एक तरह का क्रेडिट ऑप्शन है, जिसके जरिए आप शॉपिंग करने के बाद खरीदारी कर सकते हैं। इस सुविधा में ग्राहकों को बाद में ई-कॉमर्स कंपनियों (E-Commerce Companies) द्वारा बिल भेजा जाता है। इस बिल को ग्राहक EMI में बदलकर बाद में 3 से 12 महीने के बीच में EMI के जरिए भी बिल चुका सकते हैं, लेकिन, इस सुविधा के फायदों के साथ-साथ बहुत से नुकसान भी है। कई बार बाद में पैसे देने के चक्कर में लोग बिना सोचे समझें ज्यादा शॉपिंग कर लेते हैं।

धीरे-धीरे फंसाती है यह सुविधा
इस कारण बाद में वह कर्ज के जाल में फंस (Debt Trap) जाते हैं। ऐसे में बाद में यह सुविधा आपको बड़ी परेशानी में डाल सकती है। इस सुविधा में ग्राहकों के बैंक अकाउंट से सीधे हर महीने पैसे कटते हैं। ऐसे में बैलेंस कम होने की स्थिति में आप इसके जुर्माने के साथ-साथ आपको बैंक की फीस भी देनी होगी।
बिल चुकाने में आती है खासा परेशानी
इस सुविधा के जरिए खरीदारी करते वक्त एक सबसे बड़ी कॉमन समस्या देखने को मिली है कि इसमें लोग कर्ज के जाल में फंस जाते हैं। बाद में पैसे देने के कारण लोग कई बार बेकार की शॉपिंग कर लेते हैं। इसके बाद उन्हें इसका बिल चुकाने में परेशानी होती है। बिल के साथ आपको बिल का ब्याज भी चुकाना पड़ता है। कई बार ग्राहकों को बैंक और क्रेडिट कार्ड (Credit Card) कंपनी दोनों को एक्स्ट्रा चार्ज देना पड़ता है।
इस्तेमाल से जान लें इन खास बातों को, वरना
इसके साथ ही BNPL लेटर में आपको ज्यादा सिस्टम कॉस्ट देना पड़ता है. ऐसे में यह एक कर्ज जाल की तरह भी बन सकता है, अगर आप इसे सही समय पर न चुकाए तो। ध्यान रखें कि यह सुविधा लेते वक्त कुछ बातों का ख्याल रखना बहुत जरूरी है। आप पहले यह देखें कि आप इस सुविधा को किन-किन जगहों पर यूज कर सकते हैं। इसके साथ ही इस पर लगने वाले ब्याज दर और नियम व शर्तों (Terms and Condition) की भी पूरी जानकारी लें। इसके साथ ही अपनी जरूरत के हिसाब से ही BNPL के जरिए खरीदारी करें।