राजस्थान सरकार में चले रहे घटनाक्रम के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत राज्यपाल कलराज मिश्र से मुलाकात करने पहुंचे। इस दौरान गहलोत गुट के कांग्रेस विधायकों ने राजभवन में ही धरना देने शुरू कर दिया। गहलोत समर्थक विधायकों ने राजभवन में नारेबाजी भी की।
कांग्रेसी विधायक जयपुर के बाहरी क्षेत्र में स्थित एक होटल से ये विधायक बसों से अपराह्र लगभग ढाई बजे राजभवन पहुंचे। ये विधायक विधानसभा का सत्र बुलाने के लिए राज्यपाल कलराज मिश्र से सामूहिक आग्रह करने पहुंचे हैं। माकपा के विधायक बलवान पूनियां और बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए विधायक भी इनमें शामिल हैं।

राजभवन जाने से पहले मुख्यमंत्री गहलोत ने फेयरमाउंट होटल में विधायकों के साथ बैठक की थी। इस बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि विधायकों को एकजुट रहना है और हमारे पास बहुमत है। इतना ही नहीं हमारी सरकार पांच साल तक चलेगी।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले गहलोत ने संवादाताओं से कहा कि राज्यपाल मिश्र ऊपर से दबाव के कारण विधानसभा सत्र नहीं बुला रहे हैं। राजस्थान हाई कोर्ट द्वारा सचिन पायलट सहित 19 विधायकों के खिलाफ विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी के नोटिस पर रोक लगा दी गई । जिसके बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से विधानसभा सत्र बुलाने की अपील की गई है।