अंतरिक्ष में चल रहे खगोल की घटना वैज्ञानिक जगत को अपने ओर आकर्षित करता है| हाल ही में एक बड़ा दावा किया गया है कि, सूर्य का एक बड़ा हिस्सा टूट गया है| इस खबर ने पूरे अंतरिक्ष वैज्ञानिक जगत को हैरानी में डाल दिया है| दावे के मुताबिक सूर्य का एक बड़ा हिस्सा अपनी सतह से टूट गया है टूटे हुए हिस्से ने अपने चारो तरफ उत्तरी ध्रुव में एक बंवडर बना लिया है| वैज्ञानिक इस अंतरिक्ष में चल रहे खगोल घटना का शोध करने की कोशिश कर रहे हैं।

इस फोटो को ट्विटर पर डॉ तमिता स्कोव ने शेयर किया है सूर्य अपने साथ सौर ऊर्जा का अथाह उत्सर्जन करता है पृथ्वी पर यह संचार को प्रभावित करता है इसलिए वैज्ञानिक इस घटना को लेकर शोध कर रहे है| इस अंतरिक्ष की घटना को नासा के जेम्स वेब टेलिस्कोप से लिया गया हैं| नासा के अनुसार मुख्य रूप से सूर्य की सतह से बाहर की ओर फैली हुई एक बड़ी चमकीली विशेषता है|

पहले भी कई ऐसे उदाहरण सबके सामने आये है जिसने वैज्ञानिक जगत हैरान कर के रख दिया था| डॉ स्कोव के एक ट्वीट में बताया कि , #SolarPolarVortex की अधिक टिप्पणियों से पता चलता है कि सामग्री को लगभग 60 डिग्री अक्षांश पर ध्रुव को परिचालित करने में लगभग 8 घंटे लगे. इसका मतलब है कि इस घटना में क्षैतिज हवा की गति के अनुमान में एक ऊपरी सीमा 96 किलोमीटर प्रति सेकंड या 60 मील प्रति सेकंड है|

यूएस नेशनल सेंटर फॉर एटमॉस्फेरिक रिसर्च के सौर भौतिक विज्ञानी स्कॉट मैकिन्टोश, जो दशकों से सूर्य का अवलोकन कर रहे हैं, उन्होंने स्पेस डॉट कॉम को बताया कि उन्होंने कभी ऐसा “भंवर” नहीं देखा था, जो तब हुआ जब सौर वातावरण प्रमुखता का एक टुकड़ा टूट गया था|

अंतरिक्ष वैज्ञानिक अब इसके बारे में अधिक जानकारी इकट्ठा करने और एक स्पष्ट तस्वीर पेश करने के लिए अजीबोगरीब घटना का विश्लेषण कर रहे हैं. हालांकि हमारे पसंदीदा सितारे पर चौबीसों घंटे नजर रखी जाती है, लेकिन यह इस महीने कई शक्तिशाली फ्लेयर्स की तरह हैरान करता रहता है, जिसने पृथ्वी पर संचार को बाधित कर दिया|