चूहे असल में ऐसे जीव नहीं हैं जो किसी के जीवन को खतरे में डाल सकते हैं, जब तक कि वे प्लेग जैसी महामारी का कारण न बन रहे हों। चूहों को अक्सर घरों में देखा जाता है। ऐसा करने के लिए, लोग कीट नियंत्रण का उपयोग करते हैं, लेकिन कभी-कभी, जाने-अनजाने में, इस जानवर को घर के अंदर आने का इनविटेशन मिल ही जाता है। सोचिए अगर कहीं इंसानों से ज्यादा चूहे की जनसंख्या हों तो क्या होगा?
ब्रिटेन में 30 करोड़ से ज्यादा चूहे
इस समय ब्रिटेन जैसे विकसित देशों में चूहों का संक्रमण एक समस्या है। चूहे हर घर में मौज कर रहे हैं जबकि इंसान उनसे परेशान हो चुके हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि ब्रिटेन में 30 करोड़ से अधिक चूहे हैं और वे हर इमारत और हर सड़क पर बसेरा कर रहे हैं। हैरान करने वाली दिलचस्प बात तो ये सामने आई है कि पुरे ब्रिटेन की जनसंख्या इतनी नहीं है जितने कि यहां पर चूहों का बसेरा है।
इंसानो से ज्यादा चूहों की जनसंख्या
जनसंख्या के हिसाब से मापने पर यूनाइटेड किंगडम में 6 करोड़ 77 लाख से कुछ अधिक लोग रहते हैं। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, यहां 300 मिलियन यानी 30 करोड़ चूहे हैं। ऐसे में चूहों की संख्या लोगों की संख्या से चार गुना ज्यादा हो चुकी है। चूहे इस समय सड़कों पर और खड़ी कारों के आसपास घूम रहे हैं। वे घर की दीवारों की दरारों के साथ-साथ खाली जगहों और नाली के पाइपों में भी छिप जाते हैं। यहां तक कि चूहे मारने वाली दवाएं भी अब उन पर काम नहीं करती हैं क्योंकि वे इतने बड़े हो गए हैं – उनमें से कई अब 2 फीट लंबे हैं। यहां पर सभी आकार के चूहे शामिल हैं, जिनमें कि छोटे, बड़े और जमीन के अंदर घुस क्र छिप जाने वाले चूहे भी है।
आबादी बढ़ने क पीछे का कारण
एक्सपर्ट्स के मुताबिक चूहों की संख्या में बढ़ोतरी के लिए देश में प्रचलित घर से काम करने की संस्कृति मतलब कि वर्क फ्रॉम होम कल्चर जिम्मेदार है। लोग अक्सर अपने डेस्क पर बैठकर खाना खाते हैं, जिसके कारण चूहों को कूड़े में बहुत सारा खाना मिल जाता है जो बाहर फेंक दिया गया है और अब सड़ रहा है। वे इस भोजन को खाने आते हैं क्योंकि यह उन्हें बहुत स्वस्थ बनाता है। इसके अलावा अब वे तार तक चबाते हैं और लकड़ी तक काट देते हैं।