कनाडा के रहने वाले माइक जैक (Mike Jack) के नाम दुनिया की सबसे तीखी मिर्च (world’s hottest peppers) खाने का रिकॉर्ड है। कोई भी शख्स एक बार में दो या तीन मिर्च ही केवल खा सकता हैं। उन्होंने महज 6 मिनट 49.2 सेकंड के समय में एक, दो नहीं बल्कि 50 कैरोलिना रीपर्स (Carolina Reapers) मिर्च खाकर अपने सम्मान में यह खास गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है।
आप यह जानकर चौंक जाएंगे कि विश्व रिकॉर्ड तोड़ने के बाद भी जैक ने मिर्च खाना जारी रखा, इस कोशिश के दौरान उन्होंने 85 मिर्च और खा लीं। कुल 135 मिर्च खाकर उन्होंने एक अनोखा रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया। और पुराने सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए है। ये काम करने के लिए उनको कहां से हिम्मत मिली सुनकर आप भी विश्वास नहीं कर पाएंगे कि क्या ऐसा भी हो सकता है?
गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ने बताया पूरा मामला
New record: Fastest time to eat 50 carolina reaper chilli peppers – 6 minutes and 49.20 seconds by Mike Jack 🇨🇦
He eventually went on to eat 135 peppers in this one sitting 🤯 pic.twitter.com/b5OxTBtbjd
— #GWR2024 OUT NOW (@GWR) September 26, 2023
गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स (Guinness World Record) ने खुलासा किया है कि जैक पिछले 20 वर्षों में मसालेदार खाने के लिए सहनशील हो गया है। वे शुरू में इस तीखे मसालेदार खाने को नापसंद करते हैं लेकिन आखिर में इसे अपना लेते हैं। हालाँकि, उनके पेट की समस्याएँ उनके मुँह की समस्याओं से अधिक ज्यादा होती हैं। वह पेट में बहुत तेज़ जलन को फील करते है। एक रिपोर्ट में जैक ने दावा किया कि कैरोलिना रीपर मिर्च खाने के बाद उसे पेट में ऐंठन होने लगी। आँतें ऐसी मालूम होती थीं मानो उन्हें दबाया जा रहा हो। हालाँकि मैं खाना बंद करना चाहता था, लेकिन मुझे रिकॉर्ड बनाना था इसीलिए में लगातार खाता रहा। मिर्च के एसिड को सहन करने और उसे पतला करने के लिए जैक बहुत अधिक पानी पीते है। फिर थोड़ा सा नारियल पानी भी पी लेते है। इस तरह से उनके पेट की जलन कम हो जाती है। साथ ही जैक को स्पीड ईटर का खिताब भी दिया जा चुका है।
बौद्ध भिक्षु ने लगाई खुद को आग
लंदन, ओंटारियो के निवासी जैक के अनुसार, एक बौद्ध भिक्षु जिसने खुद को जलाकर मार डाला, उसने उनके लिए प्रेरणा का काम किया।अपने एक इंटरव्यू में, जैक ने दावा किया, “जब मैं इस प्रतियोगिता के लिए जा रहा था, तो मैंने सोशल मीडिया पर उन लोगों की तस्वीरें पोस्ट कीं, जिन्होंने मुझे प्रेरित किया।” उनमें से एक प्रसिद्ध बौद्ध भिक्षु थिच क्वांग डुक का फोटो था। जिन्होंने जून 1963 में वियतनामी सरकार द्वारा बौद्धों पर किए जा रहे उत्पीड़न के प्रति अपनी नाराजगी जताते हुए अपने शरीर को आग लगा ली थी। उनका निधन हो गया था। जैक के अनुसार, भिक्षु के इस काम ने उसके जीवन में प्रेरणा का काम किया, जिसकी वजह से इस मसालेदार काम को करने का चैलेंज कम डरावना लग रहा था।