सीडब्ल्यूआई के 2013 से 2019 तक अध्यक्ष रहे कैमरन ने 'जमैका ग्लीनर' से कहा, ''मेरा मानना है कि हमें एक स्थायी वित्तीय मॉडल खोजने की जरूरत है जहां टीमें योग्यता के मुताबिक कमाई कर सकें'' उन्होंने कहा, '' क्रिकेट के तीन बड़े देशों भारत, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के पास टूर्नामेंट, दर्शकों और सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है, लेकिन छोटे राष्ट्रों को हमेशा वित्तीय सहायता के लिए आईसीसी का दरवाजा खटखटाना पड़ता है। इसलिए हम जो चाहते हैं अगर वह राजस्व का बराबर हिस्सा नहीं बंटा तो भी यह बंटवारा न्यायसंगत होना चाहिए।''