इस बार टी20 विश्व कप ऑस्ट्रेलिया में होने जा रहा है, जहां की पिच भारतीय पिच के बिल्कुल विपरीत होगी. भारतीय पिच पर जहां तेज गेंदबाजों के लिए 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद फैंकना एक परीक्षा हो जाती है तो वहीं ऑस्ट्रेलिया की पिच पर 150 की स्पीड एक मामूली स्पीड हैं.

ऐसे में भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 सीरीज तो खेल रही है, पर मैदान और पिच दोनों ही भारत के हैं. ऐसे में सवाल यह खड़ा होता है कि भारतीय टीम की तैयारी कैसी होगी. क्योंकि विश्व कप से पहले भारत को दो बड़े देश के खिलाफ आमने-सामने होना है, जिसमें पहला है ऑस्ट्रेलिया और दूसरा है साउथ अफ्रीका.

वहीं ऑस्ट्रेलिया भारत के दौरे पर तो आ रही है मगर अपने मुख्य गेंदबाजों को साथ नहीं ला रही है और शायद यहीं साउथ अफ्रीका भी करे पर चान्सेस काफी कम हैं. वहीं भारत के तरफ जिस गेंदबाज को चुना गया है विश्व कप के लिए इनमें से मात्र एक जसप्रीत बुमराह ही है, जिसका गेंदबाजी में गति है, तो सवाल यहां खड़ा होता है कि क्या भारतीय टीम की विश्व कप से पहले जो मुकाबले खेले जा रहें है, उसमें भारतीय टीम को विश्व कप के लिहाज से प्रैक्टिस हो रही है. क्योंकि ऑस्ट्रेलिया जाने पर पूरा माहौल बदल जाएगा. वहां के ग्राउंड बड़े-बड़े हैं, पिच तेज है.

हालांकि इस मामले सबसे ज्यादा फायदा ऑस्ट्रेलिया के अलावा इंग्लैंड को हो सकता है, क्योंकि वहां की पिच भी तेज हैं. तो इस बार के विश्व कप में भारत को उसके अलावा और कितने मुश्किलों का सामना करेगा,ये देखने वाली बात होगी, वहीं इसके अलावा, भारतीय टीम में कुछ खिलाड़ी ही ऐसे हैं जिन्हें ऑस्ट्रेलिया में खेलने का अनुभव है. तो भारतीय टीम कितने तैयार होकर विश्व कप खेलने जाएगी, ये सोचने वाली बात होगी.