
देश में इस वक्त राजनीतिक भूचाल आ चुका है जहां आज कनाडा के प्रधानमंत्री का जिक्र टीएमसी सांसद सकेत गोखले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साध रहे हैं। जहां उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा की क्या ऐसा मुमकिन है क्या ऐसा भारत में किया जा सकता है यह भारत जैसे लोकतांत्रिक देश के लिए बेहद शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ऐसे तो लोगों से बात नहीं करते लेकिन जहां बात करते हैं वह पूरी तरह से प्रायोजित हुआ रहता है। जी हां टीएमसी के सांसद और राष्ट्रीय प्रवक्ता सकेत गोखले ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स के ज़रिये कहा है कि "स्वतंत्र भाषण और लोकतंत्र का यही मतलब है। कनाडा के प्रधानमंत्री आम लोगों से खुलकर मिले (मंचन नहीं)। एक आलोचक ने उनका अपमान किया था। उसने उलझने की कोशिश की और फिर चला गया। विवेचक को न तो पीटा गया और न ही जेल में डाला गया। मोदी के तहत भारत में "लोकतंत्र" के लिए यह शर्मनाक है, जहां मामूली सार्वजनिक बातचीत भी आयोजित की जाती है, जो कुछ भी कहा जाता है वह प्रशंसात्मक है, पीएम के पास प्रेस को संबोधित करने की हिम्मत नहीं है, लोगों से सवाल लेना तो दूर की बात है, और जहां आलोचकों पर आतंकवादी कानूनों के तहत आरोप लगाए जाते हैं।
आपको बता दें की सांसद साकेत गोखले ने एक्स पर एक वीडियो शेयर किया। जहां इस वीडियो के अंदर देखा जा सकता है की कैसे कनाडा के प्रधानमंत्री आम जनता से मिल रहे हैं? जहां एक व्यक्ति खड़ा होता है तो जब प्रधानमंत्री उससे हाथ मिलाने जाता है तो वहां पर खड़ा व्यक्ति ट्रूडो से हाथ मिलाने से इंकार कर देता है। तब वह व्यक्ति कहता है की "मैं आपसे (ट्रुडो) हाथ नहीं मिलाऊंगा क्योंकि आपने पूरे देश की स्थिति को खराब कर दिया है। फिर ट्रुडो उससे सवाल करते हैं की उन्होंने देश को कैसे खराब कर दिया तो वो जवाब देता है की क्या कोई भी व्यक्ति इन दिनों टिकट अफोर्ड कर सकता है। आप लोगों से कार्बन टैक्स वसूल रहे हैं ये क्या है?