मनोज ने अपने वीडियो में कहा कि, हमारी इस विभाग में कोई सुनने वाला नहीं है, अगर कप्तान साहब पहले सुन लिए होते तो उन्हें यहां आने की जरूरत नहीं पड़ती। कप्तान साहब निकलकर आए तो मैंने उनसे कहा कि आप इसमें से 5 रोटी खा लीजिए। कम से कम पता तो चले कि आपके सिपाही 12 घंटे ड्यूटी करने के बाद ये रोटियां खा रहे हैं। मैं आपसे बस पूछना चाहता हूं कि क्या आपके बेटे-बेटियां ये रोटी खा सकेंगे। कोई सुनने वाला नहीं है, मैं सुबह से भूखा हूं।"