Vastu Tips
By- Yogita Tyagi
March 27, 2024
पुखराज सबसे लोकप्रिय रत्नों में आता है इसे बृहस्पति से संबंधित रत्न माना जाता है बृहस्पति ग्रहों में सर्वाधिक शुभ ग्रह है
बहुत कम परिस्थितियों में बृहस्पति खराब फल देता है इसलिए एक उम्र विशेष के बाद बिना पुखराज धारण किया जा सकता है
जन्मकुंडली की बात की जाए तो मेष, कर्क, वृश्चिक, धनु, मकर और मीन लग्न के लोग निःसंकोच पुखराज धारण कर सकते हैं
श्रीलंकाई येलो सैफायर (पुखराज) सबसे श्रेष्ठ समझा गया है अच्छी क्वालिटी में 2 से 3 कैरेट का पुखराज बहुत अच्छा फल देता है
इससे ज्यादा वजन का पुखराज बहुत महंगा आता है वैसे लगभग 2 कैरेट का पुखराज भी चमत्कारी प्रभाव दिखाने में सक्षम है
सीए, डॉक्टर, राजनीतिज्ञ, ज्योतिषी, बिजनेसमैन और शिक्षक आदि को पुखराज अवश्य पहनना चाहिए
जिन लोगों का विवाह नहीं हो पा रहा है या जिन लोगों का दांपत्य जीवन खराब चल रहा है वे भी पुखराज धारण करके लाभ उठा सकते हैं
पुखराज को शुक्ल पक्ष के गुरुवार को प्रातः 10:00 बजे से पहले, स्वर्ण धातु में, तर्जनी अंगुली में किसी ब्राह्मण के हाथों से धारण करना चाहिए
जिस ब्राह्मण के हाथ से आप धारण कर रहे हैं वह शिक्षित, सफल और 50 वर्ष से अधिक आयु का हो
प्रत्येक गुरुवार को पीले रंग का कोई खाद्य पदार्थ दान करने से भी बृहस्पति बलवान बनता है