पाकिस्तान की राजनीति में इन दिनों उथल-पुथल मची हुई है।बता दें पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद से पाकिस्तान के हालात काफी खराब हो गए है।इस बीच पाक की नेशनल असेंबली में विपक्ष के नेता राजा रियाज अहमद खान ने सदन में सोमवार को इमरान खान को जमानत देने के लिए इस्लामाबाद हाई कोर्ट के फैसले की आलोचना की।इस पर उन्होंने कहा कि इमरान खान को सार्वजनिक रूप से फांसी दी जानी चाहिए थी।
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ़ में शामिल हो जाना चाहिए
रियाज अहमद खान ने कहा कि इमरान खान को जमानत देने से बेहतर फांसी दे देनी चाहिए थी, लेकिन कोर्ट उनका ऐसा स्वागत कर रही है, जैसे कि वह उनके दामाद हों। विपक्षी नेता ने कहा कि अगर जज इस यहूदी एजेंट से इतने खुश हैं, तो उन्हें पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ़ में शामिल हो जाना चाहिए। पाकिस्तानी विपक्षी दल के नेता कहा कि जज अगर चाहे तो PTI में चले जाएं, उनकी पार्टी में कुछ सीटें खाली हैं।आगे चलकर उन्हें पीटीआई के टिकट पर चुनाव लड़ना चाहिए।हमें ऐसे जजों के जगह उन जजों को लाना चाहिए जो गरीबों को न्याय दे सकें। इमरान खान के समर्थकों के तरफ से पूरे पाकिस्तान में तोड़फोड़ और आगजनी की घटनाओं के बारे में बोलते हुए राजा रियाज ने कहा कि पूरा सदन शर्मिंदा है. पूरा देश शर्मिंदा है।
खान को 9 मई को अल कादिर ट्रस्ट मामले में गिरफ्तार किया था
पाकिस्तान के सत्तारूढ़ गठबंधन ने न्यायपालिका के हाल के कुछ फैसलों के विरोध में आज 16 मई को सुप्रीम कोर्ट के बाहर विरोध प्रदर्शन करेंगे. इसे लेकर उन्होंने कहा कि कई मामलों में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को व्यापक राहत मिली है। पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N), जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम-फजल (JUI-F) और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के प्रदर्शनकारी रेड जोन में प्रवेश कर गए, जबकि पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (PDM) ने सुप्रीम कोर्ट के सामने एक मंच पर प्रदर्शन किया। इमरान खान को 9 मई को अल कादिर ट्रस्ट मामले में गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद उन्हें 12 मई को दो हफ्ते की जमानत दे दी गई थी।