बिहार में रामनवमी के मौके पर बिहारशरीफ और सासाराम में हुई हिंसा पर थमने का नाम नहीं है।अब हिंसा के आरोपियों की गिरफ़्तारी भी सवालों के घेरे में आ गई है। बता दें एआईएमआईएम (AIMIM) के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने इस मुद्दे को लेकर बिहार के चाचा-भतीजे की सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
ओवैसी का आरोप है कि सासाराम और नालंदा में हुई हिंसा के जिम्मेदार हिन्दुत्ववादियों को जेल में भेजने के बजाय मुसलमान लड़कों और बच्चों को ही गिरफ्तार किया जा रहा है।दूसरी ओर बिहार के “सेक्युलर” मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री को फैंसी ड्रेस से फुर्सत ही नहीं मिल रही है।

दरअसल, बिहारशरीफ में हिंसा फैलाने के आरोप में अब तक 140 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।इस संबंध में बिहार पुलिस के अपर पुलिस महानिदेशक जेएस गंगवार ने बताया कि रामनवमी पर नालंदा जिले के बिहारशरीफ में हुए सांप्रदायिक दंगे के मामले में पुलिस ने रविवार को पांच और लोगों को गिरफ्तार किया। उन्होंने बताया कि इन पांचों आरोपियों को बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओयू) ने गिरफ्तार किया है। जेएस गंगवार ने बताया कि अब तक ईओयू की प्राथमिकी सहित कुल 20 मामले दर्ज किए जा चुके हैं।
इसके साथ ही उन्होंने ये भी बताया कि ईओयू नालंदा और सासाराम में सांप्रदायिक तनाव के दौरान सोशल मीडिया के माध्यम से फर्जी वीडियो और संदेश प्रसारित करने वाले लोगों को पकड़ने के लिए अलग से जांच कर रही है। इस संबंध में आठ अप्रैल को 15 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किए गए।