आज बिहटा (पटना) स्थित 9वीं बटालियन एनडीआरएफ में शुक्रवार, 26 नवम्बर को श्री हरविन्दर सिेंह द्वितिय कमान अधिकरी ने उपस्थित सभी अधिकारी, अधिनस्थ अधिकारी एवं जवानो को संविधान के प्रस्तावना की शपथ दिलाई । इस मौके पर उन्होंने बतया कि संविधान के दायरे में रहकर हमसभी को काम करना है। भारत का संविधान ही हमलोगों के लिए सर्वोपरि है।
कार्यक्रम के दौरान श्री हरविन्दर सिेंह द्वितिय कमान अधिकरी ने उपस्थित बटालियन के बचावकर्मियों को सविंधान की प्रस्तावना की शपथ दिलाई। उन्होंने कहा कि हमें सविंधान में निहित भावनाओं का सम्मान करना चाहिए तभी हमारा लोकतंत्र पूर्ण रूप से सफल हो पाएगा।

इस कार्यक्रम के दौरान संविधान निर्माता का जीवन वृतांत, संविधान विषय पर आधारित भाषण और पेंटिंग प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। जिसमें एनडीआरएफ के कार्मिकों ने बढ़चढ़ कर भाग लिया। इस मौके पर उन्होने सभी देशवासियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि हमें सविंधान में निहित भावनाओं का सम्मान करना चाहिए तभी हमारा लोकतंत्र पूर्ण रूप से सफल हो पाएगा एवं संविधान के अनुरूप ही सभी कार्य करने चाहिए जो कि संविधान की गरिमा को बनाए रखने और देश की अखंडता और सर्व प्रभुसत्ता संपन्नता के लिए अति आवश्यक है। उन्होंने कहा कि देश के संविधान निर्माता के अंतिम वचनों में उन्होंने इन बुरी प्रथाओं को समाज के लिए घातक बताया है। इसके साथ ही एक नोबलिस्ट ने भी अपने नोबल में अनटचेबिलिटी को लेकर समाज को जगाने के लिए काफी बातें लिखी हैं।
बता दें कि 26 नवंबर 1950 को भारत के संविधान को लागू किया गया था, जिसके चलते शुक्रवार को संविधान दिवस बटालियन हेडक्वार्टर बिहटा के साथ-साथ कम्पनी तैनाती स्थल दीदारगंज (पटना), रिजनल रेस्पांस सेन्टर सुपौल, देवघर तथा राँची में इस दिवस को हर्षोल्लास के साथ मनाया गया व संविधान के अनुरूप कार्य करने की सभी को शपथ भी दिलाई गई।