राज्यव्यापी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का समाज सुधार अभियान - Latest News In Hindi, Breaking News In Hindi, ताजा ख़बरें, Daily News In Hindi

राज्यव्यापी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का समाज सुधार अभियान

कड़ी सुरक्षा के बीच नगर के गांधी मैदान में आयोजित मुख्यमंत्री के समाज सुधार अभियान मे मुख्य रूप से जीविका दीदियों की भागीदारी रही। मुख्यमंत्री ने मंच पर आकर सभी का अभिवादन किया तथा संपूर्ण कार्यक्रम का उद्घाटन दीप प्रज्वलित कर किया।

मोतिहारी 22 दिसंबर 2021 अशोक वर्मा : कड़ी सुरक्षा के बीच नगर के गांधी मैदान में आयोजित मुख्यमंत्री के समाज सुधार अभियान मे मुख्य रूप से जीविका दीदियों की भागीदारी रही। मुख्यमंत्री ने मंच पर आकर सभी का अभिवादन किया तथा संपूर्ण कार्यक्रम का उद्घाटन दीप प्रज्वलित कर किया। उक्त अवसर पर गन्ना एवं विधि मंत्री प्रमोद कुमार, जिला प्रभारी मंत्री सुनील कुमार एवं बिहार सरकार के विभिन्न  आला अधिकारियों की भागीदारी रही। कार्यक्रम की शुरुआत स्वागत गीत से हुआ । कला जत्था के लोगों ने  कई गीत प्रस्तुत किए ।
जीविका दीदियों में लौरिया की मीना कुमारी दीदी ने अपने अनुभव  सुनाते हुए कहा कि सात बरस की उम्र में ही मेरी शादी हो गई थी और मैं अपने ससुराल मे कैद का  जीवन जी रही थी। 1913 में सहयोग समिति समूह में मैं सदस्य बनी। ग्राम संगठन में सामाजिक मुद्दे पर चर्चा हुई ।मैंने बाल विवाह बन्द करने का प्रस्ताव दिया जिस्र सभी लोगों ने गंभीरता से लिया और मेरे समूह  द्वारा बाल विवाह पर रोक लगाई गई ।सरिता दीदी  ने अपने अनुभव को सुनाते हुए कहा कि मेरे घर में शराबी पति और देवर थे,उनके जीवन को मुख्यमंत्री के शराबबंदी योजना से लाभ मिली और उनका जीवन बदला ।बाद में देवर के ऊपर पुलिस के सहयोग से कडाई की गई और उनका जीवन बदल गया।
 लाडली कुमारी ठाकुर, ममरखा  ने बताया कि गांव में देखी थी कि एक पिता ने बेटी की शादी जमीन और जेवर बेचकर की थी।मुझे बहुत खराब लगा मैंने पढ़ाई की, इंटर के बाद बिना दहेज की मेरी शादी हुई और ससुराल में जीवीका से जुड़ी। ग्राम संगठन में भी सामाजिक मुद्दे पर काम की।  अभी परिवार में जितनी लड़कियों की शादी हो रही है सभी बिना दहेज की हो रही है।ऐसा मुख्यमंत्री के कारण हुआ। मेहसी की जीविका दीदी ने कहा कि मेरे पति ताड  से गिरकर घायल हो गए थे बहुत इलाज हुआ लेकिन ठीक नहीं हुए ।जीविका ने पैसा दिया और उस  से मैंने दुकान खोली, आज बच्चे सब पढ़ रहे हैं और मैं पति का इलाज की करा रही हूं।
करतल ध्वनि के बीच अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने समाज सुधार के कार्यक्रम पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जब से हमें बिहार में विकास का मौका मिला हमने प्राथमिकता के आधार पर वंचित महिला ,अनुसूचित जाति ,जनजाति ,अति पिछड़े, अल्पसंख्यक, जो भी है हम उन लोगों के विकास के लिए पहले कार्य आरंभ किया ।उन्होंने कहा कि बिहार की जनता काफी संवेदनशील एवं सुलझी हुई है, वह हर बात को बड़े ही गंभीरता से लेती है ,लेकिन मैं आज के दिन आप से जरूर कहूंगा कि 2005 के पहले बिहार का क्या हाल था और आज  क्या है इस पर जरूर ध्यान देने देंगे और चिंतन मनन भी करेंगे ।
उन्होंने कहा कि सड़क ,शिक्षा, अस्पताल, पुल ,पुलिया  अपराध सभी क्षेत्र में हुए विकास कर्य को आप जरूर देखेंगे और तुलना करेंगे। उन्होंने कहा कि सिर्फ विकास ही नहीं बल्कि विकास सबके लिए करना है यह हमारे कार्य शैली में है ।उन्होंने कहा कि अभी जहां भी गड़बड़ हुआ है या कमी रह गई है हम उसको सुधारने का प्रयास कर रहे हैं ।शराब पर उन्होंने बोलते हुए कहा कि 2016  के पहले से हम लोग शराब बंदी के खिलाफ जन जागरूकता अभियान चला रहे हैं ।जन नायक कर्पूरी ठाकुर के अधूरे कार्य को हम लोग पूरा करने की ओर अग्रसर है ।जब बिहार की सत्ता कर्पूरी ठाकुर ने 1977 में संभाली तब उन्होंने बिहार में शराबबंदी लागू किया था। 
मैं उनसे प्रेरणा लेकर  2015 में पटना महिला सम्मेलन के अवसर पर महिलाओं के प्रस्ताव को बड़े ही गंभीरता से लिया और  उस समय निर्णय लिया कि अगर अगली बार मुझे मौका मिलता है तो मैं बिहार में निश्चित शराबबंदी करूंगा । ऐसा मैंने किया। 26 नवंबर 2015 में बैठक करके हमने शराब पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगा दिया ।करोडो लोगो ने 2017 में मानव श्रृंखला में शामिल होकर  शराबबंदी का समर्थन किया ।उन्होंने यह भी कहा कि हर अच्छे काम का कुछ लोग विरोध करते करते हैं ,ऐसा इतिहास  रहा है। शराब बंदी के खिलाफ वे लोग हैं हैं जो लोग शराब लेने वाले होते हैं वे समाज  के गिरावट के पक्षधर हैं ।
अप्रैल 2016 में जब शराब बंद हुआ तो पहले चरण में विदेशी शराब को चालू रखा गया,और  लाइसेंस भी सभी ले लिए परंतु लगातार इसका विरोध हुआ। और 1 से 4 अप्रैल तक विरोध होता रहा। फिर हमने 5 अप्रैल को कैबिनेट बैठक में पुर्ण शराब बन्दी का निर्णय लिया । हमने मां बहनों की इच्छा को सम्मान दिया और उनकी बातों के मान करके पूरे बिहार में शराबबंदी लागू कर दी गई। शराब पीने से कई लोग आज मर भी रहे हैं जो शराब में व्याप्त जहर को उजागर कर रहा है। यह समाज सुधार यात्रा  नहीं है, यह एक अभियान है जो अभियान भविष्य में जारी रहेगा ।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के रिपोर्ट को मुख्यमंत्री  ने बारी-बारी से पढ़ते हुए बड़े ही गंभीरता से कहा कि यह 2018 में अध्ययन के बाद प्रकाशित हुआ है कि विश्व में शराब पीने वाले काफी लोग मर रहे हैं। 20 से 39 वर्ष की उम्र में जितनी मौतें हो रही है उसमें 13:30 पर्सेंट  शराब पीने से हो रही है । बीमारी बढ रही है सो अलग। मुख्यमंत्री  ने उस रिपोर्ट के आधार पर कहा कि विश्व में होने वाले आत्महत्या में 18%   शराब पीने से हो रही है। आपसी लड़ाई का प्रतिशत शराब पीने से 18% है ,और  दुर्घटनाओं का कारण 27% शराब पीना  है ।
 उन्होंने कहा कि शराब कई तरह की बीमारी को  बढ़ा रहा है। लिवर सिरोसिस का मुख्य कारण शराब है, माउथ कैंसर, पेनक्रियाज, टीवी ,बड़ी आंत, कैंसर आदि के प्रतिशत को भी उन्होंने क्रमवार रखा। मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन को दमदार बनाते हुए कहा कि बापू ने 1917 में चंपारण में आकर यहां सत्याग्रह चलाया था ।उस सत्याग्रह के 30 वर्ष के बाद देश आजाद हुआ। बापू ने  कहा था कि कि 1 दिन के लिए भी अगर मुझे तानाशाह का पावर मिल जाए तो मैं पहला काम पूरे देश में शराबबंदी करूंगा ।नितीश जी ने कहा कि मैं गांधी के उस अधूरे कार्य को  आज पूरा कर रहा हूं, इसलिए आपका मैं आशीर्वाद और समर्थन चाहता हूं।
 मुख्यमंत्री ने सभी लोगों से अपेक्षा की ,खास करके उन्होंने महिलाओं से कहा कि  सरकार जो चाह रही है आप इस काम को घर-घर तक पहुंचावे कि  शराब से क्या नुकसान है।आज मैं यहां पर भाषण में इन बातों को रख रहा हूं ,अखबारों में छप जाएगा लेकिन आप जब हर घर जाएंगे तो उसका ज्यादा प्रभाव पड़ेगा। शराबबंदी के साथ-साथ उन्होंने बाल विवाह दहेज प्रथा आदि का भी जमकर विरोध किया और उससे होने वाले दुष्परिणाम ,बीमारियों आदि पर  चर्चा की ।मुख्यमंत्री ने कहा कि हम धरती पर आए हैं मां से ही हम पैदा हुए और मां ने ही मुझे यह अवसर दिया कि धरती पर आकर हमें कुछ काम करना है ।समाज के लिए  इन सब बातों को मैं आपके बीच रख रहा हूं ।पहले शादी के कार्ड पर दहेज मुक्त शादी की बातें लोग लिखते थे, लेकिन अब ऐसी बातें लोगों ने छोड़ दी है ,लेकिन मैं आप लोगों से आज कहना चाहता हूं कि आप लोग पुनः हर शादी के कार्ड पर इस बात को लिखें ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास का कार्य तो हो रहा है और होता रहेगा लेकिन क्राइम पर भी हम शख्त हैं । कानून अपना काम करेगी। विकास के जितने भी कार्यक्रम है, वह तीव्र गति से चालू रहेगा ।मुख्यमंत्री  ने उक्त अवसर पर विभिन्न स्कीमो में कई लाभान्वित महिलाओं को चेक दिया 4.05 करोड की राशि जीविका दीदियों के लिए दिया ।उससे  2846 परिवार लाभान्वित होंगे ।उक्त अवसर पर कई जीविका दीदियों ने अपने अनुभव को साझा किया और जीवन में आए परिवर्तन को उन्होंने रखा। मझौलिया की मीना कुमारी दीदी, सरिता दीदी ,ममारखा  की लाडली ठाकुर ,उषा देवी ,मेहसी की दीदी ने त अपने अनुभव और लाभ पर बताया कि समूह बनाने से हमारे जीवन कैसे बदल गया। घर परिवार में खुशहाली आई ।
कई महिलाओ ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री जी ने जो हमे साईकिल दी उसके कारण है  मैंने पढ़ाई पूरी की और पढ़ाई पूरी करने के बाद दहेज मुक्त शादी हुई। कई विधवा महिलाओं ने भी अपने अनुभव को रखा और कहा कि मेरे पति ताड  से गिरकर काफी बीमार हो गए,कमर टूट गई लेकिन जीविका ने मुझे नया जीवन दिया । मैंने दुकान खोली और मेरे बच्चे पढ़ रहे हैं। उक्त अवसर पर मुख्यमंत्री को पूर्वी चंपारण के जिला पदाधिकारी शिर्सत कपिल अशोक एवं अन्य ने प्रतीक चिन्ह देकर  उन्हें सम्मानित किया ।अपने संबोधन में स्थानीय विधायक एवं गन्ना एवं विधि मंत्री प्रमोद कुमार ने कहा कि चंपारण क्रांति की भूमि है और चंपारण में आकर के मुख्यमंत्री ने आज एक नया अभियान चलाया है इसका लाभ पूरे बिहार को मिलेगा।
गांधीजी के बारे में भी उन्होंने कहा कि गांधीजी नशा  के खिलाफ थे ,और वे चाहते थे कि  पूरी तरह से शराब बंदी हो। मुख्यमंत्री जी उनके कार्य को कर रहे हैं इसलिए उन्हे समर्थन मिलना चाहिए ।मध निषेध एवं जिला के प्रभारी मंत्री सुनील कुमार ने अपने संबोधन में मुख्यमंत्री के विकास कार्यों की भूरी भूरी प्रशंसा की ।कार्यक्रम में आला प्रशासनिक अधिकारी लोगों ने भी अपने विचार रखे। कई वक्ताओं ने  कहा कि आज मुख्यमंत्री के दूरगामी विकास नीति का ही परिणाम है कि बिहार में 25800 महिला सिपाही है ,  कहा कि कं से कंम इंटर तक पढ़ाई करें और अपने तो आगे बढ़ाने का प्रयास करें ।बिहार सरकार आपको हर तरह से सुविधा देने के लिए तैयार है। उन्होंने नवयुवकों के लिए दिशा निर्देश भी दिया कि आप अपने जीवन को सही दिशा में ले जाने का प्रयत्न करें ।एक बार अगर चरित्र प्रमाण  गड़बड़ा गया तो फिर  जीवन में नौकरी नहीं मिल पाएगी ,इसलिए थोड़ा अपने को सुधार कर रखें । पुलिस महानिदेशक , मुख्य सचिव मुख्यमंत्री त्रिपुरारी शरण एवं अन्य लोगों ने भी उक्त अवसर पर अपने विचार व्यक्त किए ।कार्यक्रम में विधायक शालिनी मिश्र के अलावा  स्थानीय विधायक , पूर्व विधायक भी शामिल हुए ।

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