इंडियन क्रिकेटर ऋषभ पंत एक बार फिर सुर्खियों में बने हुए हैं। हालांकि इस बार वो अदाकारा उर्वशी रौतेला की वजह से नहीं बल्कि अपने एक विज्ञापन की वजह से चर्चा का विषय बन गए हैं। ऋषभ का ये विज्ञापन पिछले काफी वक्त से चल रहा है और इसे लेकर अब बवाल खड़ा हो गया है। विज्ञापन पर आरोप लगा रहा है कि इसमें संगीत का अपमान हुआ है। वहीं आम इंसानों के साथ मशहूर फिल्म निर्देशक हंसल मेहता का भी रिएक्शन आया है।

डायरेक्टर हंसल मेहता ने ऋषभ पंत के विज्ञापन को लेकर ट्वीट करते हुए उनका वीडियो भी साझा किया है। अपने ट्वीट में उन्होंने विज्ञापन पर गुस्सा जाहिर करते हुए लिखा, “ये एक घिनौना और अपमानजनक विज्ञापन है। अपना प्रचार करो, लेकिन उसके लिए कला और उसकी शानदार परंपरा का मज़ाक मत उड़ाओ ड्रीम 11 मैं इस विज्ञापन को हटाने की मांग करता हूं।”

विज्ञापन की बात करें तो इसमें क्रिकेटर ऋषभ पंत दिखाई दे रहे हैं। वो शुरुआत में कहते हैं, “मैं क्रिकेटर नहीं बनता तो….” इसके बाद वो बेसुरी आवाज़ में स्टेज पर संगीतकारों के बीच अजीब से अंदाज़ में गाना शुरू कर देते हैं। इसके बाद वो कहते हैं, “थैंक गॉड. मैंने मेरा ड्रीम फोलो किया।” अब इसी विज्ञापन पर हंसल मेहता ने कला और संगीत का अपमान करने और मज़ाक उड़ाने का आरोप लगाते हुए इसे हटाने की मांग की है।

हालांकि डायरेक्टर हंसल मेहता के इस ट्वीट पर जहां कुछ लोग उनका सपोर्ट कर रहे हैं तो वहीं कुछ लोग उनका विरोध भी कर रहे हैं। हंसल को सोशल मीडिया पर काफी ट्रोल भी किया गया है। वही कुछ लोगों ने डायरेक्टर पर आरोप लगाया है कि आप में और बायकॉट गैंग में क्या फर्क है। ट्रोलर्स की बातों का मुंहतोड़ जवाब देते हुए हंसल मेहता ने एक और ट्वीट किया है।


उन्होंने अपने ट्वीट में ट्रोलर्स को जवाब देते हुए लिखा, “मुझे वो टीवी विज्ञापन खराब और अपमानजनक लगा। मैंने उस पर बैन लगाने के लिए नहीं कहा है, उनके लिए जो फ्री स्पीच का बचाव करने के लिए मेरे विरोध का विरोध कर रहे हैं। हां, कंपनी से विज्ञापन हटाने के लिए कहना एक इमोशनल और गुस्से से भरा कदम था और मैं इसे खुशी से मान रहा हूं।”