ओम राउत की निर्देशन में बनी मोस्ट अवेटेड फिल्म ‘आदिपुरुष’ का धमाकेदार ट्रेलर बीते दिन 9 मई को रिलीज किया गया है। प्रभास और कृति सेनन की इस फिल्म के ट्रेलर का फैंस को लंबे वक्त से इंतजार था। जैसे ही फिल्म का ट्रेलर रिलीज़ हुआ नहीं के इसने सोशल मीडिया पर कोहराम मचा दिया। पिछले 24 घंटो में इसके ट्रेलर को अबतक सबसे ज़्यादा बार देखा जा चूका हैं। तो वही इसे लेकर कुछ विवाद और तंज भी कसे जा रहे हैं।

दर्शक प्रभास और कृति को राम-सीता के अवतार में देखने के साथ फिल्म की मुख्य झलकियां देखने के लिए भी बेताब थे। ट्रेलर रिलीज के बाद फैंस के अलग-अलग रिएक्शन आ रहे हैं। ऐसे में ट्रेलर देखने के बाद जब कई लोगों ने इसकी तुलना रामानंद सागर के रामायण से की तो ‘लक्ष्मण’ का किरदार निभा चुके सुनील लहरी ने आदिपुरुष के कई सीन्स पर सवाल उठा दिए। और फिल्म के चरक्टेर्स भी कई तंज कस्ते हुए देखे गए।
मॉर्डन तरीके से रामायण को दिखाने कि, की गई कोशिश

सुनील लहरी ने हाल ही में इंडिया टुडे को दिए इंटरव्यू में ‘आदिपुरुष’ के ट्रेलर पर अपनी बात रखी है। उन्होंने कहा, ‘मेकर्स ने जबरदस्ती इस फिल्म में रामायण को मॉडर्न तरीके से दिखाने की कोशिश की है। इसी वजह से वो जो दिखाना चाहते हैं, वो क्लियर नहीं दिख रहा है। ट्रेलर में कुछ चीजें पसंद नहीं आईं। कई चीजों को जबरदस्ती फिल्म में डालने की कोशिश की गई है।’
हनुमान जी के ऊपर बैठे राम

सुनील लहरी ने इसी इंटरव्यू में आगे कहते हुए बोला, ‘ट्रेलर में दिखाया गया हैं कि हनुमान जी के ऊपर भागावन राम बैठे हुए हैं और तीर चलाते दिख रहे हैं, ‘रामायण’ में ऐसा किसी भी जगह नहीं है, बल्कि लक्ष्मण ने ऐसा किया था, वो भी हनुमान के आग्रह करने के बाद। हनुमान के कंधे पर राम बैठे जरूर होते हैं, लेकिन तीर नहीं चलाते हैं।‘ सुनील ने आगे कहा कि अगर ऐसा होता तो भगवान इंद्र का रथ ही काफी होता, राम जी को भेजने की जरूरत ही नहीं पड़ती, वो हनुमान संग उड़कर रावण को मार सकते थे।’
कॉस्टयूम से भी काफी निराश दिखे सुनील लहरी

सुनील लहरी ‘आदिपुरुष’ में कलाकारों के कॉस्ट्यूम से भी निराश नजर आए। उन्होंने कहा कि, ‘फिल्म में वनवास के दौरान राम, सीता और लक्ष्मण को पूरे-पूरे कपड़े पहने दिखाया गया है, जबकि राम ने वनवास के दौरान सिर्फ एक भगवा रंग का कपड़ा पहना हुआ था। इस तरह ट्रेलर में राम का रूप दिखाकर इसके चार्म को खराब किया गया है’।