नेशनल अवॉर्ड विनिंग एक्ट्रेस सुरेखा सीकरी को पर्दे पर उनके कई यादगार और अच्छे किरदारों के लिए जाना जाता था, आज उनकी पुण्यतिथि है 19 अप्रैल 1945को दिल्ली में जन्मी सुरेखा फिल्मों से लेकर टेलीविजन तक हर जगह लोगों का मनोरंजन किया है और अपने करियर को आजमाया।

उन्हें उनकी शानदार परफॉर्मेंस के लिए ही नहीं बल्कि उन्हें 3 नेशनल अवॉर्ड्स उनकी काबिलियत पर मिले हैं। इस बात पर विश्वास करना जरा मुश्किल है कि सुरेखा भी किसी वक्त इनसिक्योरिटी महसूस करती थी। जिस बारे में एक्टर रजित कपूरने इस बारे में बात की और इस अनसुने किस्से को बताया।

रजित कपूर ने बताया कि सुरेखा भी एक समय में इनसिक्योर हुआ करती थी। दुर्भाग्य से बहुत से लोगों ने नहीं जानते थे और वह उनके लिए एक आग का गोला था जो उनकेथिएटर के साथियों को पता था और सिर्फ मुझे पता था, कि उनके पास कितनी बार अच्छा लुक आया लेकिन सुंदर ना होने के कारण उन्होंने इसकी परवाह करना बंद कर दिया और इन सभी चीजों पर ध्यान नहीं दिया, बीएस अपने काम पर फोकस करती रही। वही उनके जैसे कलाकारों को सलामी देनी चाहिए।

सुरेखा सीकरी की तारीफ करते हुए रजीत ने कहा वह कोई भी भूमिका कर सकती थी और उन्हें दिया गया सबसे छोटा रोल भी चमक जाएगा क्योंकि वह एक बहुत अच्छी कलाकार थी उनकी सबसे चर्चित फिल्म में काम की बात करें तो फिल्म ‘बधाई’ हो में उन्होंने समझदार दादी मां का रोल किया वही इसके अलावा छोटे पर्दे पर ‘बालिका वधू’ में वो अम्मा जी के किरदार के लिए जानी जाती थी।

सुरेखा सीकरी को उनके किरदारों के लिए तीन राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिले। उन्हें पहले तमस (1988) और मम्मो (1995) में और आखिरी बधाई हो के लिए मिला। बता दें कि कार्डियक अरेस्ट के चलते सुरेखा सीकरी ने साल 2021 में इस दुनिया को अलविदा कह दिया था।