आज आखिरकार वह दिन आ ही गया, जब नोएडा के ट्विन टावर को गिरा दिया जाएगा। ऐसे में इस आखिरी पल का गवाह बनने के लिए दूर-दूर से लोग सेक्टर-93 पहुंच रहे हैं, ताकि अंतिम बार ‘भ्रष्टाचार की इमारत’ को गिरते अपनी आंखों से देख सकें।
100 मीटर से ज्यादा ऊंचे ट्विन टावर का ध्वस्तीकरण होगा ऐतिहासिक पल
ट्विन टावर को 2.30 बजे एक विस्फोट के साथ गिरा दिया जाएगा। 100 मीटर से ज्यादा ऊंचा ट्विन टावर जब गिरेगा, तो इतिहास में दर्ज हो जाएगा। यही वजह है कि हर कोई इस ऐतिहासिक पल का गवाह बनना चाहता है। सुबह से ही दूर दूर से लोग अपने परिवार के साथ ट्विन टावर को देखने पहुंच रहे हैं। हालांकि आसपास के रास्तों को बेरिकेड लगाकर बंद कर दिया गया है, लेकिन लोगों में उत्साह ऐसा है कि दूर से ही ट्विन टावर को एक बार देख लेना चाहते हैं।
नोएडा के सेक्टर-4 से सेक्टर 93 पहुंचे अनूप ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि वह एक आखिरी बार ट्विन टावर को देखने आए हैं। आज के बाद भ्रष्टाचार की यह इमारत कभी नहीं दिखेगी। उन्होंने कहा कि इस इमारत के गिरने से पता चलता है कि न्याय तंत्र अभी भी मौजूद है।

ट्विन टावर के आसपास के इलाके में प्रशासन मुस्तैद
वहीं, नोएडा के गौर सिटी में रहने वाली मीनाक्षी अपने बच्चों को ट्विन टावर दिखाने लाई हैं। उन्होंने कहा कि आज रविवार की छुट्टी है तो बच्चे आमतौर पर देरी से उठते हैं, लेकिन उन्हें भी एक बार ट्विन टावर को देखने की इच्छा थी, यही वजह है कि वह अपने बच्चों को भी साथ लेकर आई हैं।
कुछ लोगों को ट्विन टावर का लाइव ध्वस्तीकरण अपनी आंखों से देखने का सपना शायद पूरा ना हो पाए, क्योंकि एहतियात के तौर पर नोएडा प्रशासन ने ट्विन टावर के आसपास 500 मीटर तक के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं। इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है और ट्विन टावर के ध्वस्तीकरण से जुड़े लोगों के अलावा किसी को नजदीक नहीं जाने दिया जा रहा है।

टावर गिराने से पहले एडिफिस कंपनी की महापूजा
नोएडा में ट्विन टावर गिराने से पहले एडिफिस कंपनी की महापूजा हुई। बाकायदा पंडित जी को बुलाकर हवन पूजन किया गया।ट्विन टावर गिराने के लिए की गई इस पूजा में 6 लोग मौजूद थे डिसमें एडिफिस कंपनी के डायरेक्टर उत्कर्ष मेहता समेत उनकी टीम के लोग शामिल हुए। पूजा करीब 1 घंटे चली। इस पूजा का मकसद भगवान से प्रार्थना करना था कि यह कार्य सही तरीके से संपन्न हो जाए। भगवान से यह प्रार्थना की गई कि इस ट्विन टावर के ध्वस्तीकरण में किसी तरीके का कोई विघ्न ना आए।
पूजा करने के लिए व्यवस्था एडिफिस कंपनी ने की थी और ट्विन टावर के बगल में ही यह पूजा की गई है सबसे बड़ी बात है कि एहतियात के तौर पर पुलिस बल के साथ साथ एनडीआरएफ की टीम को भी मौके पर बुलाया गया। हर परिस्थिति के लिए प्रशासन तैयार रहना चाहता है ताकि कहीं भी कोई चूक ना हो। इसीलिए चप्पे-चप्पे पर पुलिसकर्मी मौजूद हैं, बैरिकेड लगाकर रास्ते बंद कर दिए गए हैं और एहतियात के तौर पर एनडीआरएफ की भी एक बटालियन को बुलाया गया है।