राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बजट सत्र के पहले दिन संसद के संयुक्त अधिवेशन में अभिभाषण दिया। राष्ट्रपति के अभिभाषण में तीन तलाक से लेकर कोविड टीकाकरण जैसे कई मुद्दे शामिल रहे। इस बीच बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा ने कहा कि राष्ट्रपति का अभिभाषण सिर्फ एक वर्ष का एजेंडा नहीं है बल्कि भारत के लिए एक ‘‘भविष्य की दृष्टि’’ है।
उन्होंने सिलसिलेवार ट्वीट कर कहा कि राष्ट्रपति कोविंद का अभिभाषण प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार का देश के विकास की दूरदृष्टि की रूपरेखा है। अभिभाषण में सरकार के विकास कार्यों के सभी आयामों का विस्तार से उल्लेख करने के लिए राष्ट्रपति का धन्यवाद करते हुए नड्डा ने कहा, ‘‘यह एक साल का एजेंडा नहीं है बल्कि भारत के लिए एक भविष्य की दृष्टि है।’’
भारत सर्वाधिक कोविड टीकाकरण करने वाले अग्रणी देशों में शामिल, बजट सत्र से पहले राष्ट्रपति ने संबोधन में कहा
उन्होंने कहा, ‘‘यह भारत के पुनर्निर्माण की रूप रेखा है, जिसमें स्पष्ट है कि आजादी के अमृत महोत्सव काल में हम कैसा भारतवर्ष चाहते हैं। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली सरकार हर क्षेत्र में एक सशक्त भारत के निर्माण की ओर तेज गति से चल रही है।’’
जेपी नड्डा ने कहा कि मोदी सरकार ने अंत्योदय की भावना से कोविड प्रबंधन, तीव्र गति से टीकाकरण, गरीबों को मुफ्त राशन, किसानों के बेहतर भविष्य, महिला सशक्तिकरण एवं देश के हर वर्ग के उत्थान के लिए समर्पित भाव से काम किया है। उन्होंने कहा, ‘‘आज भारत में सामाजिक न्याय के साथ सभी को समान अवसर मिल रहा है।’’
अभिभाषण में क्या बोले राष्ट्रपति?
संयुक्त अधिवेशन को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि सरकार के अथक प्रयासों से ही भारत एक बार फिर से दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक बन गया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ‘‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, और सबका प्रयास’’ के मंत्र पर चलते हुए अगले 25 वर्ष के लिए मजबूत बुनियाद पर तेजी से काम कर रही है और इस बुनियाद का सबसे महत्वपूर्ण संकल्प एक सर्व-समावेशी, सर्व-हितकारी, सशक्त भारत का निर्माण और देश की आत्म-निर्भरता है।