केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने शुक्रवार को कहा कि युवाओं को अपने अधिकारों के बारे में जागरूक रहना चाहिए, साथ ही उन्हें राष्ट्र के प्रति अपनी जिम्मेदारियों एवं कर्तव्यों को भी ध्यान में रखना चाहिए ।
21वीं सदी में भारतीय मूल्यों, लोकाचार, ज्ञान और मॉडल
जानकारी के मुताबिक युवा संवाद इंडिया@2047 कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधान ने कहा कि अपने हजारों वर्षों के इतिहास में हमारी युवा शक्ति ने ही अपने देश की नियति को आकार देने का बीड़ा उठाया है। उन्होंने कहा कि शहीद भगत सिंह, शहीद बाजी राउत, रानी गाइदिन्ल्यू एवं उनके जैसे अनगिनत लोगों ने हमें प्रेरित किया और अपनी युवावस्था में आगे बढ़कर नेतृत्व किया। उन्होंने कहा, ‘‘ 21वीं सदी में भारतीय मूल्यों, लोकाचार, ज्ञान और मॉडलों को दुनिया के सामने ले जाने की जिम्मेदारी हमारे युवाओं पर है।’’

प्रधान ने देश के युवाओं से आग्रह किया कि ……
शिक्षा मंत्री ने कहा कि जिस भावना और ईमानदारी के साथ हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने आजादी के लिए लड़ाई लड़ी, वही भावना हमारे आज के युवाओं को भी भारत को और अधिक ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए विकसित करनी चाहिए तथा अमृत काल के इन 25 वर्षों में अधिक ध्यान देना चाहिए ।उन्होंने कहा कि दुनिया भारत की ओर बड़ी उम्मीद भरी निगाहों से देख रही है। प्रधान ने देश के युवाओं से आग्रह किया कि उन्हें अपने अधिकारों के साथ-साथ राष्ट्र के प्रति अपने कर्तव्यों और जिम्मेदारियों के प्रति भी जागरूक होना चाहिए। उन्होंने कहा कि वैश्विक समस्याओं के समाधान के लिए उन्हें बड़ी जिम्मेदारी लेनी चाहिए। उन्होंने युवा संवाद के आयोजन के लिए खेल एवं युवा कार्यक्रम मंत्रालय की सराहना की तथा उम्मीद व्यक्त की कि इन संवादों से देश में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा।