भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव पर अंतरराष्ट्रीय कोर्ट (आईसीजे) के फैसले पर विदेश मंत्री एस. जयशंकर संसद के दोनों सदनों को अवगत कराया। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पाकिस्तान की जेल में बंद कुलभूषण जाधव मामले में आईसीजे के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि सरकार जाधव की सुरक्षा और देखरेख सुनिश्चित करने के साथ ही उन्हें यथाशीघ्र भारत वापस लाने के लिए कोशिश जारी रखेगी।
जयशंकर ने कहा, 15-1 के वोट से इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ़ जस्टिस (ICJ) ने भारत के इस दावे को सही ठहराया कि पाकिस्तान कई मामलों में वियाना संधि का उल्लंघन कर रहा है। ICJ ने निर्देश दिया कि पाकिस्तान कुलभूषण जाधव को उनके अधिकारों की और देरी के बिना सूचित करने और भारतीय कॉन्सुलर अधिकारियों को वियना कन्वेंशन के अनुसार उन तक पहुंच प्रदान करने के लिए बाध्य है।
उन्होंने कहा, हम एक बार फिर से पाकिस्तान से कुलभूषण जाधव को रिहा करने और वापस बुलाने की मांग करते हैं। जाधव बेकसूर हैं और उनके खिलाफ झूठे आरोप लगाए गए हैं। पाकिस्तान ने जबरन उनका कबूलनामा लिया है और पाकिस्तान को उन्हें तुरंत रिहा करना चाहिए।

कुलभूषण जाधव के परिवार ने कठिन परिस्थितियों में अनुकरणीय साहस दिखाया है। मैं विश्वास दिलाता हूं कि सरकार उनकी सुरक्षा और भलाई सुनिश्चित करने के लिए अपने प्रयासों को जारी रखेगी, साथ ही भारत में कुलभूषण जाधव की जल्द वापसी होगी।
2017 में सरकार ने कुलभूषण जाधव के हितों और कल्याण की रक्षा के लिए आवश्यक सभी कदम उठाने के लिए सदन के पटल पर प्रतिबद्धता व्यक्त की। सरकार ने आईसीजे में कानूनी माध्यमों सहित अपनी रिहाई की मांग में अथक प्रयास किए हैं।

राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू ने भी आईसीजे के फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने कहा, मैं बहुत खुश हूं कि आईसीजे के फैसले का स्वागत करने के लिए पूरा सदन एक साथ है। आशा है कि हम कुलभूषण की रिहाई आगे बढ़ाने की कोशिश करेंगे।