भारतीय नौसेना दिन-प्रतिदिन अपनी ताकत को एक नई ऊंचाईयों पर लेकर जा रही है। ऐसे में भारत की ताकत लगातार बढ़ रही है। नौसेना ने शनिवार को ब्रह्मोस मिसाइल के एडवांस वर्जन का सफलतापूर्वक परीक्षण किया। भारतीय नौसेना ने कहा कि आज हमने आईएनएस चेन्नई से विस्तारित दूरी की ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल की सटीकता का सफलतापूर्वक प्रदर्शन किया। भारतीय नौसेना ने कहा है कि परीक्षण के दौरान मिसाइल ने सटीक निशाने पर हमला करने में सफलता हासिल की है।
मिसाइल परीक्षण को आत्मनिर्भर भारत मिशन की सफलता के लिए मील का पत्थर
#WATCH | Long-range precision strike capability of Advanced version of BrahMos missile successfully validated. Pinpoint destruction of target demonstrated combat & mission readiness of frontline platforms: Indian Navy(Source: Indian Navy) pic.twitter.com/xhIJQtQ2f0— ANI (@ANI) March 5, 2022
बता दें कि ब्रह्मोस मिसाइल और आईएनएस चेन्नई दोनों स्वदेशी रूप से निर्मित हैं। ये भारतीय मिसाइल और जहाज निर्माण कौशल की अत्याधुनिकता को प्रदर्शित करते हैं। भारत के इस मिसाइल परीक्षण को आत्मनिर्भर भारत मिशन की सफलता के लिए मील का पत्थर माना जाता है। ब्रह्मोस भारतीय नौसेना के युद्धपोतों का मुख्य हथियार सिस्टम है। इसका एक अंडरवाटर वेरिएंट भी विकसित किया जा रहा है, जिसका इस्तेमाल ना केवल भारत की पनडुब्बी कर सकेंगी। बल्कि मित्र देशों को भी निर्यात किया जाएगा।
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ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल 290 किमी की दूरी तय कर सकती है
ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल 290 किमी की दूरी तय कर सकती है और 2.8 से 3 मच की गति तक पहुंच सकती है। इस बीच, ब्रह्मोस – II हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइल को मैक 7 वेग में 450 – 600 किमी की सीमा के भीतर लक्ष्य को हिट करने के लिए तैनात किया जा सकता है। इससे पहले डीआरडीओ के मुताबिक, ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के उन्नत समुद्र से समुद्री संस्करण का आईएनएस विशाखापत्तनम से परीक्षण किया. मिसाइल ने निर्धारित लक्ष्य जहाज पर सटीक निशाना लगाया।’
भारत और रूस का संयुक्त उद्यम
आपको बता दें कि यह मिसाइल भारत और रूस के बीच एक संयुक्त उद्यम है जहां रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) भारतीय पक्ष का प्रतिनिधित्व करता है। मिसाइल का परीक्षण आईएनएस विशाखापत्तनम से किया गया था जो हाल ही में शामिल भारतीय नौसेना का नवीनतम युद्धपोत है।
ब्रह्मोस भारतीय नौसेना के युद्धपोतों की मुख्य हथियार प्रणाली है और इसे इसके लगभग सभी सतह प्लेटफार्मों पर तैनात किया गया है। ब्रह्मोस मिसाइल भारतीय वायुसेना को दिन या रात और सभी मौसम की स्थिति में समुद्र या सतह पर किसी भी लक्ष्य पर पिनपॉइंट सटीकता के साथ लंबी दूरी से हमला करने की क्षमता प्रदान करती है।