यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद वहां फंसे भारतीय नागरिकों के परिवारों की ओर से कई सांसदों को फोन कॉल मिलने के बीच विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सांसदों से ऐसी किसी भी ‘चिंता’ को लेकर उनके कार्यालय से सीधे सम्पर्क करने और ऐसे लोगों की सूचना साझा करने को कहा है। विदेश मंत्री ने सोमवार को सभी सांसदों को भेजे पत्र में कहा,‘‘कृपया आश्चस्त रहें कि हम सभी तरह की पूछताछ और जानकारी को लेकर संज्ञान ले रहे हैं। इन सभी पर एमईए टीम के प्रतिनिधि सतत संज्ञान ले रहे हैं ।’’
जयशंकर ने सांसदों को लिखा पत्र
उन्होंने संसदों को ई मेल आईडी और वाट्सऐप नंबर भी साझा किया जिस पर वे ब्यौरा भेज सकते हैं। गौरतलब है कि भारत ने युद्धग्रस्त यूक्रेन से भारतीयों को वापस निकालने के लिये ‘‘ऑपरेशन गंगा’’ अभियान शुरू किया है। यूक्रेन से अपने नागरिकों को वापस लाने के लिये सरकार सभी पक्षों के सम्पर्क में हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पांच देशों से अभियान में समन्वय एवं देखरेख के लिये चार वरिष्ठ मंत्रियों को दायित्व सौंपा हैं। इसके तहत, केंद्रीय मंत्री वी के सिंह पोलैंड में, किरेन रिजिजू स्लोवाकिया में, हरदीप पुरी हंगरी में जबकि ज्योतिरादित्य सिंधिया रोमानिया और माल्डोवा में निकासी अभियान में समन्वय करेंगे।
अरिंदम बागची ने ट्वीट कर कही ये बात
बता दें कि खारकीव में मारे गए भारतीय छात्र की खबर सामने आने के बाद से भारत में तनाव का माहौल है। ऐसी कड़ी में भारतरीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट कर कहा कि विदेश सचिव (हर्ष श्रृंगला) रूस और यूक्रेन के राजदूतों से भारतीय नागरिकों के लिए तत्काल सुरक्षित मार्ग प्रशस्त करने की हमारी मांग पर जल्द से जल्द एक्शन लेने की मांग करते हुए कॉल कर रहे हैं। भारत के ऐसे बहुत से नागरिक हैं जो अभी भी खार्किव और अन्य संघर्षशील शहरों में हैं। उन्होंने कहा कि इसी तरह की कार्रवाई रूस और यूक्रेन में हमारे राजदूतों द्वारा भी की जा रही है।
