देश के राज्यों की तमाम सरकारें महिला सुरक्षा को लेकर तमाम तरह के दावे करती हैं। चुनावी घोषणापत्र में प्रत्येक पार्टी महिला सुरक्षा से जुड़ा मुद्दा जरूर शामिल करती है। लेकिन ऐसे दावे राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की उस रिपोर्ट के आगे खोखले साबित हुए हैं, जिसके अनुसार साल 2021 में भारत में रोजाना औसतन 86 बलात्कार के मामले हुए दर्ज है।
गृह मंत्रालय के तहत काम करने वाले एनसीआरबी की ‘क्राइम इन इंडिया 2021’ रिपोर्ट के अनुसार, 2020 में बलात्कार के 28,046 मामले, जबकि 2019 में 32,033 मामले दर्ज किए गए थे। एनसीआरबी की इस रिपोर्ट को देखे तो देश में साल 2021 में 2020 के मुकाबले महिलाओं के खिलाफ अपराधों में 15.3 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।
2021 में राजस्थान से सामने आए रेप के सबसे ज्यादा केस
2021 में राजस्थान में दुष्कर्म के सबसे अधिक 6,337 मामले दर्ज किए, जिसके बाद मध्य प्रदेश में 2,947, महाराष्ट्र में 2,496, उत्तर प्रदेश में 2,845, दिल्ली में 1,250 बलात्कार के मामले दर्ज किए गए। रिपोर्ट के अनुसार, 2021 में देश भर में ‘‘महिलाओं के खिलाफ अपराध’’ के कुल 4,28,278 मामले दर्ज किए गए, जिनमें अपराध की दर (प्रति एक लाख आबादी पर) 64.5 प्रतिशत थी। ऐसे अपराधों में 77.1 प्रतिशत मामलों में आरोपपत्र दाखिल किए गए।
UP में हुए सबसे ज्यादा महिलाओं के खिलाफ अपराध
आंकड़ों के अनुसार, देशभर में 2020 में ‘‘महिलाओं के खिलाफ अपराध’’ के 3,71,503 मामले और 2019 में 4,05,326 मामले दर्ज किए गए थे। एनसीआरबी के अनुसार, 2021 में ‘‘महिलाओं के खिलाफ अपराध’’ के सबसे अधिक 56,083 मामले उत्तर प्रदेश में दर्ज किए गए। इसके बाद, राजस्थान में 40,738, महाराष्ट्र में 39,526, पश्चिम बंगाल में 35,884 और ओडिशा में 31,352 मामले दर्ज किए गए।
एनसीआरबी की रिपोर्ट के मुताबिक देशभर में महिलाओं के लिए सबसे असुरक्षित दिल्ली है, जहां पिछले साल हर दिन दो नाबालिग से बलात्कार हुआ है। आंकड़ों से पता चलता है कि दिल्ली में 2021 में महिलाओं के खिलाफ अपराध के 13,892 मामले दर्ज किए गए, जिसमें 2020 की तुलना में 40 फीसदी से अधिक की महत्वपूर्ण वृद्धि हुई है। साल 2020 में यह आंकड़ा 9,782 था। एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले सभी 19 महानगरों की श्रेणी में कुल अपराधों का 32.20 फीसदी हैं।