हाथरस पीड़िता की तस्वीर का विभिन्न विरोध प्रदर्शनों के दौरान इस्तेमाल किए जाने के मामले में राष्ट्रीय महिला आयोग (National Commission of Women) ने संज्ञान लिया है। आयोग ने इस मामले में बीजेपी नेता अमित मालवीय, अभिनेत्री स्वरा भास्कर और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह को अलग-अलग नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा है।
आयोग का कहना है कि “न केवल अमित मालवीय, बल्कि दिग्विजय सिंह, स्वरा भास्कर और कई अन्य लोगों ने हाथरस पीड़िता की पहचान का सोशल मीडिया और जंतर-मंतर पर खुलासा किया है। स्वरा ने हाथरस गैंगरेप के खिलाफ जंतर-मंतर पर हुए विरोध में हिस्सा लिया था। स्वरा ने इस प्रदर्शन का वीडियो भी शेयर किया था, जिसमें कई लोग हाथरस पीड़िता की तस्वीर वाले बैनर हाथ में थामे हुए नजर आ रहे थे।
SC में अपनी दलील में उप्र सरकार ने बताई हाथरस पीड़िता के अंतिम संस्कार की वजह
गौरतलब है कि 29 सितंबर को 19 वर्षीय दलित लड़की का 4 लोगों ने गैंगरेप किया। पीड़िता को इलाज़ के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां हालत बिगड़ने पर दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में रेफेर कर दिया गया, लेकिन इलाज़ के दौरान पीड़िता ने दम तोड़ दिया।
वहीं स्थानीय पुलिस पर पीड़िता का परिवार की मर्जी के खिलाफ अंतिम संस्कार करने का आरोप लगा है। इस मामले में भी महिला आयोग ने उत्तर प्रदेश पुलिस को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।