NEET पीजी 2021 काउंसलिंग आयोजित करने में बार-बार हो रही देरी के खिलाफ डॉक्टरों के तमाम संगठनों ने आज हड़ताल का ऐलान किया है। फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (FORDA) ने 27 नवंबर यानी आज से देशभर में हड़ताल की अपील की है। दिल्ली में रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने भी शनिवार से हड़ताल का ऐलान किया है।
अस्पतालों में राम मनोहर लोहिया अस्पताल, सफदरजंग अस्पताल अस्पताल और लेडी हार्डिग अस्पताल शामिल हैं। हड़ताल के चलते इन तीनों अस्पताल की ओपीडी सेवाएं बंद है, जिसके चलते मरीजों को परशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं कई मरीज बिना इलाज़ के ही वापस लौट रहे हैं।

सुवरंकर दत्ता, फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन (एफएआईएमए) के महासचिव ने ट्वीट किया, “डॉक्टरों को सांसदों द्वारा राजनीति से प्रेरित पॉलिसी अपडेट के कारण क्यों नुकसान उठाना चाहिए? हम तत्काल नीट पीजी परामर्श और भर्ती की मांग करते हैं! अन्यथा, सरकार को देश भर के डॉक्टरों द्वारा राष्ट्रव्यापी अनिश्चितकालीन हड़ताल की तैयारी करनी चाहिए! अधिकांश राज्य आरडीए ने भागीदारी की पुष्टि की है।”
नोटिस के अनुसार, “देश के पहले से ही बोझ से दबे और थके हुए रेजिडेंट डॉक्टर, जो कोविड-19 महामारी की शुरुआत के बाद से अग्रिम पंक्ति में लड़ रहे हैं, पहले से ही विलंबित नीट-पीजी 2021 काउंसलिंग के मामले में सुप्रीम कोर्ट की कार्यवाही के कुछ सकारात्मक परिणामों के लिए धैर्यपूर्वक प्रतीक्षा कर रहे हैं। हालांकि, उन्हें कोई राहत नहीं मिल रही है, अगली अदालती सुनवाई 6 जनवरी 2022 को निर्धारित है।”

नोटिस के अनुसार, “हम इसके द्वारा केंद्र सरकार और भारत के सर्वोच्च न्यायालय से रेजिडेंट डॉक्टरों की शिकायतों पर ध्यान देने और नीट-पीजी 2021 काउंसलिंग के साथ-साथ प्रवेश प्रक्रिया में तेजी लाने और अदालती कार्यवाही को तेजी से ट्रैक करने के लिए आवश्यक उपाय करने का आग्रह करते हैं।”
FORDA के आह्वान पर शुरू हुई इस हड़ताल में पूरे देशभर से 10 हज़ार से ज्यादा रेजिडेंट डॉक्टर शामिल हो रहे है। देश के विभिन्न हिस्सों में डॉक्टर्स होर्डिंग बोर्ड के साथ हड़ताल में शामिल हुए। हड़ताल कर रहे डॉक्टर्स का कहना ही कि जहां मई में जॉइन करना था अब दिसंबर आ गया है। दिसंबर में तारीख दी जाती है कि जनवरी में इसमें सुनवाई होगी। ये पता नहीं कितना समय लगेगा इसे साल बर्बाद हो रहा है। रेसिडेंट डॉक्टर पर इसका बोझ बढ़ रहा है क्योंकि नए लोग आ नहीं रहे हैं और पुराने लोग 80 घंटे काम कर रहे है।