कांग्रेस नेता शशि थरूर ने शुक्रवार को केरल की ही एक साथी सांसद पी.टी. उषा पर नई दिल्ली में भारतीय पहलवानों द्वारा जारी विरोध-प्रदर्शनों को लेकर उनके बयान पर नाराजगी जताई है। महिला पहलवानों के कथित यौन उत्पीड़न के लिए भारतीय कुश्ती संघ (डब्ल्यूएफआई) अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए देश के कुछ शीर्ष पहलवान नई दिल्ली में जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
इनमें ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक तथा एशियाई और राष्ट्रमंडल खेलों की पदक विजेता विनेश फोगट जैसे बड़े खिलाड़ी भी शामिल हैं। वर्तमान में राज्यसभा की मनोनीत सदस्य और हाल ही में भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की अध्यक्ष नियुक्त की गई पी.टी. उषा ने कहा था कि आईओए में एथलीटों का आयोग है और सड़कों पर जाने की बजाय पहलवान आयोग के पास जा सकते थे। अपनी इस टिप्पणी के कारण उन्हें कई लोगों की आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है।
Dear @PTUshaOfficial, it is does not become you to disparage the justified protests of your fellow sportspersons in the face of repeated & wanton sexual harassment. Their standing up for their rights does not “tarnish the image of the nation”. Ignoring their concerns — instead of…
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) April 28, 2023
तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस सांसद थरूर ने ट्वीट किया: प्रिय पी.टी. उषा, बार-बार और प्रचंड यौन उत्पीड़न सहने वाले अपने साथी खिलाड़ियों के जायज विरोध को कम करके देखना आपको शोभा नहीं देता है। अपने अधिकारों के लिए उनकी लड़ाई से राष्ट्र की छवि धूमिल नहीं होती है; उनकी चिंताओं को सुनने, उनकी जांच करने और उचित कार्रवाई करने की बजाय उनकी अनदेखी करने से जरूर होती है।