जम्मू कश्मीर के पुंछ में हुए आतंकी हमले में पांच जवान शहीद हो गए। जवान गांव वालों के लिए इफ्तारी की तैयारी कर रहे थे। उनके ट्रक में इफ्तारी में प्रयोग किए जाने वाला सामान रखा था। तभी आतंकियों ने टारगेट करके अटैक कर दिया। इस हमले में लांस नायक कुलवंत सिंह शहीद हो गए। कुलवंत सिंह उस वीर पिता के बेटे हैं जिन्होंने 1999 में देश के लिए जान दी थी। आज शहीद पिता का बेटा भी अपने पिता की तरह वीरभूमि पर शहीद हो गया। आज पूरे देश की आंखें नम है।
सेना के जवानों पर हमला

आतंकियों ने छिपकर सेना के जवानों पर हमला किया। वो जानते थे कि अगर सामने से गए तो हममें से एक भी बचकर नहीं आ पाएगा। भारतीय फौज के पराक्रम के आगे सब फीके हैं। राष्ट्रीय रायफल्स के कुलवंत सिंह इस हमले में शहीद हो गए। आप नेता राघव चड्ढा ने भी उनकी तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा है कि पंजाबी रगों में देशभक्ति दौड़ती है, एक और बेटा तिरंगे में लिपटा हुआ लौटा। जम्मू कश्मी के पुंछ में आतंकियों के कायरना हमले में पांच जवानों शहीद हो गए। लांस लायक कुलवंत सिंह भी अपने पिता की तरह वीरगति को प्राप्त हुए।
कुलवंत ने 2010 में भारतीय सेना जॉइन की
पिता को शहीद हुए 11 साल हुए थे कि कुलवंत ने 2010 में भारतीय सेना जॉइन की। उसकी रगों में देशभक्ति का खून उबल रहा था। वो भी अपने पिता की तरह कहर बनकर टूटने के लिए बेकरार था। किसी की कुछ नहीं सुनी और भारतीय सेना जॉइन की। लांस नायक कुलवंत के दो मासूम बच्चे हैं। एक डेढ़ साल की बेटी और तीन महीने का बेटा है। परिवार पूरा मोगा के अंदर चाडिक गांव में रहते हैं। उनकी मां ने कहा कि घर छोड़ने से पहले उसने कहा था कि सब ठीक हो जाएगा, आप चिंता मत कीजिए। जम्मू कश्मीर के पुंछ में हुए आतंकी हमले में पांच जवान शहीद हो गए है।