कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून (एनएफएसए) के तहत आने वाले लोगों और जिनके पास राशन कार्ड नहीं हैं, उन्हें प्रति व्यक्ति 10 किलोग्राम अनाज कर महीने दिए जाने की मांग की है। हालांकि केंद्र सरकार गरीबों को जून के महीने तक मुफ्त अनाज देने की घोषणा कर चुकी है।
पत्र में सोनिया ने यह भी कहा कि कोरोना वायरस के खिलाफ युद्ध की इस घड़ी में केंद्र सरकार को यह सुनिश्चित करना होगा कि किसी भी नागरिक के समक्ष भूखमरी की स्थिति पैदा नहीं हो। उन्होंने कहा, ”लॉकडाउन के कारण देश में लाखों गरीब लोग गंभीर खाद्य असुरक्षा का सामना कर रहे हैं। यह बहुत दुखद है क्योंकि देश के पास विशाल अन्न भंडार है।”

कांग्रेस अध्यक्ष ने सुझाव दिया, ”खाद्य सुरक्षा कानून के लाभार्थियों को प्रति व्यक्ति 10 किलोग्राम अनाज (हर महीने) की सुविधा तीन महीने के लिए और (सितंबर तक) बढ़ा देनी चाहिए।” उन्होंने यह भी कहा कि मौजूदा हालात को देखते हुए लोगों को अनाज मुफ्त में मुहैया कराया जाना चाहिए।

दरअसल, सरकार ने पहले ही अप्रैल से जून तक प्रति व्यक्ति 10 किलोग्राम अनाज देने का फैसला किया है। सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री से यह आग्रह भी किया कि उन लोगों को भी 10 किलोग्राम राशन मिलना चाहिए जिनके पास राशन कार्ड नहीं हैं लेकिन वे परेशानी का सामना कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि भंडारों में पड़े अनाज राज्यों को मुहैया कराने से भारतीय खाद्य निगम को रबी की उपज को खरीदने में सहूलियत होगी क्योंकि इससे उसके भंडारों में जगह बन जाएगी। सोनिया गांधी कोरोना मुद्दे को लेकर पहले भी कई बार प्रधानमंत्री को पत्र लिख चुकी है।