मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन के निधन पर राज्य में पांच दिन का राजकीय शोक घोषित किया गया है। वहीं राज्यपाल को श्रद्घांजलि देने के बाद कैबिनेट की बैठक भी स्थगित कर दी गई। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कैबिनेट की बैठक में राज्यपाल टंडन को श्रद्घांजलि दी। सभी मंत्रियों ने टंडन के निधन पर शोक जताया।

मुख्यमंत्री चौहान ने राज्यपाल टंडन के राजनीतिक सफर को याद किया और कहा कि उन्होंने अपने प्रशासनिक दृष्टि और अपने कौशल के बल पर उत्तर प्रदेश की जनता को बड़ा लाभ दिलाया। कैबिनेट की बैठक में मुख्यमंत्री चौहान ने राज्य में पांच दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है। इस अवधि में राजकीय शोक के निर्धारित प्रक्रिया का पालन किया जाएगा। कैबिनेट ने मौन रखकर राज्यपाल को श्रद्घांजलि दी और बैठक को स्थगित कर दिया गया।

वहीं चौहान ने ट्वीट के जरिए कहा ‘मध्यप्रदेश के राज्यपाल श्रद्धेय श्री लालजी टंडन के चरणों में श्रद्धासुमन अर्पित करता हूं। टंडन जी का मार्गदर्शन हम सभी भाजपा कार्यकर्ताओं को लंबे समय तक मिला।उन्होंने जनता और राष्ट्र की सेवा का एक अद्भुत उदाहरण पेश करते हुए अपनी नीतियों से उत्तरप्रदेश भाजपा को भी सशक्त किया।’
चौहान ने लिखा है ‘मध्यप्रदेश के राज्यपाल रहते हुए टंडनजी ने हमें सदैव सन्मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया। राष्ट्र के प्रति उनके प्रेम और प्रगति के लिए योगदान को चिरकाल तक याद रखा जाएगा। आत्मा अजर अमर है। वे आज हमारे बीच नहीं हैं, परंतु अपने सुविचारों द्वारा वे हमारी स्मृतियों में सदैव जीवित रहेंगे।’ चौहान ने अपने शोकयुक्त ट्वीट में लिखा है ‘मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि वे दिवंगत आत्मा को शांति दें और शोकाकुल परिजनों को इस वज्रपात को सहने की शक्ति प्रदान करें। ओम शांति।’
ज्ञात हो कि टंडन काफी समय से बीमार चल रहे थे और लखनऊ के एक अस्पताल में उनका उपचार चल रहा था। उन्होंने मंगलवार की सुबह साढ़े पांच बजे अंतिम सांस ली। राज्य में टंडन का कार्यकाल लगभग एक साल रहा।