सम्पूर्ण उत्तर-भारत घने कोहरे की चादर में लिपटा हुआ है। प्रचंड शीतलहर से आम जन-जीवन की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं, चंडीगढ़ सहित कई क्षेत्रों में ठिठुरन बढ़ गई है। घने कोहरे के कारण रेल यतायात, हवाई यातायात पर भी बहुत गहरा असर पड़ रहा है। यातायात साधन बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है, हवाई सेवा के प्रभावित रहने से विमान कंपनियों को काफी घाटा झेलना पड़ रहा है।
अच्छी धूप न निकलने से ठंड का असर दुगुना
लंबी तथा कम दूरी वाली ट्रेनें कई घंटों से देरी से चल रही हैं, जिससे यात्रियों को कड़के की ठंड के बीच परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। चंडीगढ़ सहित अन्य क्षत्रों में भी कई दिनों से अच्छी धूप न निकलने से ठंड का असर दुगुना बढ़ गया। हाथ पैर सुन्न हो रहे हैं और हाड़ कंपाती सर्दी से अगले तीन दिन राहत की उम्मीद नहीं है। कड़के की ठंड में पक्षियों की चहचहाहट कहीं सुनायी नहीं देती तथा लोग अलाव जलाकर सर्दी ने निपटने की कोशिश में लगे हैं। ग्रामीण इलाकों में तो कोहरे तथा ठंड का कहर बरप रहा है। सूखी ठंड से दस जनवरी तक राहत के आसार हैं।
अगले तीन दिन तक भीषण ठंड तथा घने कोहरे का प्रकोप
मौसम केन्द, के अनुसार अगले तीन दिन मौसम खुश्क रहने लेकिन भीषण ठंड तथा घने कोहरे का प्रकोप बना रहेगा और दस जनवरी से मौसम में बदलाव के आसार हैं। पहाड़ पर तेज धूप रही लेकिन शाम से प्रचंड शीतलहर का प्रकोप बढ़ गया। पहाड़ पर बर्फ तथा बारिश की संभावना है जिसका असर मैदानी इलाकों पर पड़गा।
घने कोहरे को गेहूं की फसल के लिये फायदेमंद माना जा रहा है
चंडीगढ का पारा सबसे कम आज चार डिग्री रह गया। केवल जरूरतमंद लोग ही घरों से बाहर निकले। अंबाला का पारा चार डिग्री, हिसार, गुडगांव और महेन्द्रगढ़ का पारा एक डिग्री रह गया। करनाल तीन डिग्री,नारनौल तीन डिग्री,रोहतक तीन डिग्री और भिवानी चार डिग्री रहा। अमृतसर का पारा छह डिग्री,लुधियाना,फरीदकोट का पारा पांच डिग्री,गुरदासपुर चार डिग्री,रोपड़ तीन डिग्री सहित राज्य में पारा तीन से छह डिग्री के बीच रहा तथा प्रचंड शीतलहर और घने कोहरे से आम जनजीवन प्रभावित रहा।
घने कोहरे को गेहूं की फसल के लिये फायदेमंद माना जा रहा है लेकिन सब्जियों सहित कुछ फसलों पर कोहरे तथा खराब मौसम की मार पड़ है।