केरल में तीन फरवरी को यूडीएफ ने एक दिवसीय विरोध प्रदर्शन शुरू किया है। दरअसल, वामपंथी सरकार द्वारा विधानसभा में पेश किये गए बजट में ‘कर प्रस्तावों’ को लेकर कांग्रेस नीत संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा ने विरोध जताया है। जानकारी के अनुसार, सोमवार को यहां राज्य सचिवालय और 13 जिलों के कलेक्ट्रेट के सामने विरोध प्रदर्शन शुरू करते हुए विपक्षी मोर्चे ने वित्त मंत्री केएन बालगोपाल द्वारा प्रस्तुत राज्य के बजट से “सभी जनविरोधी सिफारिशों” को वापस लेने की मांग की।
विरोध प्रदर्शन सांकेतिक है : एमएम हसन

यूडीएफ के संयोजक एमएम हसन ने कहा कि विरोध प्रदर्शन सिर्फ सांकेतिक है। यूडीएफ तब तक आंदोलन जारी रखेगी जब तक सरकार बजट में प्रस्तावित ‘जनविरोधी करों’ को वापस नहीं ले लेती। विपक्ष के नेता वीडी सतीशन ने कोझिकोड में विरोध प्रदर्शन की शुरुआत की। सतीशन ने मुख्यमंत्री पिनराई विजयन पर आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री के काफिले का ‘रास्ता साफ’ करने के नाम पर कांग्रेस और युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को बड़े पैमाने पर गिरफ्तार किया जा रहा है।
उन्होंने पूछा, “उच्चतम न्यायालय ने आदेश दिया है कि किसी को ऐहतियातन हिरासत में नहीं लिया जाना चाहिए। किस अधिनियम के आधार पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया जा रहा है? मुख्यमंत्री क्यों डर रहे हैं?”
कांग्रेस ने सरकार पर जमकर निशाना साधा है

सतीशन मंगलवार को तिरुवनंतपुरम में समापन समारोह का उद्घाटन करेंगे। कांग्रेस नेताओं ने पिनराई विजयन सरकार पर दो प्रतिशत ईंधन उपकर लगाने और जल कर बढ़ाने के लिए जमकर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने “सार्वजनिक धन की बर्बादी कर” आम आदमी के लिए जीवन कठिन बना दिया है।