एनसीपी कार्यकर्ताओं ने सोमवार को पार्टी नेता जयंत पाटिल को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समन को लेकर मुंबई में विरोध प्रदर्शन किया। महाराष्ट्र राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष जयंत पाटिल सोमवार को कथित आईएल एंड एफएस (इंफ्रास्ट्रक्चर लीजिंग एंड फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड) घोटाले के संबंध में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) कार्यालय पहुंचे। जयंत पाटिल ने कहा, “वे जो भी जानकारी मांगेंगे, मैं उनका सहयोग करूंगा और मुहैया कराऊंगा।” इससे पहले दिन में उन्होंने ट्वीट किया, “मैं आज सुबह 11 बजे ईडी कार्यालय में उपस्थित रहूंगा। ईडी के सम्मन के बाद से, मुझे राज्य भर से मेरी पार्टी के पदाधिकारियों और अन्य मित्र दलों के फोन आ रहे हैं और मैं समझता हूं कि पूरे राज्य से लोग आज ईडी कार्यालय आ रहे हैं। मैं अनुरोध करता हूं कि कोई भी मुंबई न आए। मैं इस पूछताछ में ईडी का पूरा सहयोग करूंगा और आप सभी ने मुझे जो प्यार दिखाया है, उसके लिए मैं आप सभी का धन्यवाद करता हूं।’

यह दूसरा समन था
ईडी ने पिछले हफ्ते एनसीपी की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख और विधायक जयंत पाटिल को आईएल एंड एफएस मामले में सोमवार को एजेंसी के सामने पेश होने के लिए समन भेजा था। कथित आईएल एंड एफएस घोटाले के सिलसिले में एनसीपी नेता को एजेंसी द्वारा भेजा गया यह दूसरा समन था। ईडी ने 11 मई को पाटिल को मामले में अपना बयान दर्ज कराने के लिए एजेंसी के सामने पेश होने के लिए समन भेजा था। हालांकि, बाद में उन्होंने अपने व्यस्त कार्यक्रम का हवाला देते हुए ईडी से उसके सामने पेश होने के लिए दूसरी तारीख देने का अनुरोध किया था।
अनियमितताओं से संबंधित है
उन्होंने संघीय एजेंसी से 10 दिन का समय मांगा था। ईडी एनसीपी महाराष्ट्र प्रमुख की आईएल एंड एफएस द्वारा कोहिनूर सीटीएनएल को दिए गए संदिग्ध ऋणों में कथित संलिप्तता की जांच कर रहा है, जिसने 2018 में दिवालियापन के लिए दायर किया था।जांच आईएल एंड एफएस समूह के ऋण और कोहिनूर सीटीएनएल में इक्विटी निवेश में कथित अनियमितताओं से संबंधित है, जो डिफॉल्टरों में से एक है। कोहिनूर सीटीएनएल दादर (पश्चिम) में कोहिनूर स्क्वायर टावर विकसित कर रहा है। ईडी ने दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) की प्रथम सूचना रिपोर्ट के आधार पर 2019 में आईएल एंड एफएस मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच शुरू की।