ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने हैदराबाद में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर और नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया। ओवैसी ने नागरिकता कानून को काला कानून बताते हुए कहा, ”जो भी एनआरसी और सीएए के खिलाफ हैं, वे अपने घर के बाहर तिरंगा लहराएं। इससे बीजेपी को एक संदेश जाएगा कि उन्होंने एक गलत और काला कानून बना दिया है।’
ओवैसी ने इस रैली में ही भारतीय संविधान की प्रस्तावना पढ़ी और लोगों ने उनके पीछे-पीछे इसे पढ़कर दोहराया। रैली के दौरान ओवैसी ने नागरिकता कानून को लेकर जमकर हमला बोला। उन्होंने कानून को मुसलमान विरोधी बताते हुए इससे धार्मिक अल्पसंख्यक शब्द हटाने की मांग की।

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उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि हमें नागरिकता कानून का अहिंसा के साथ विरोध करना है। हिंसा से विरोध कमजोर पड़ जाएगा। अहिंसा का रास्ता अपनाकर ही इसमें सफलता मिलेगी। ओवैसी ने कहा कि असम में एनआरसी लागू होने के बाद जो लोग इस लिस्ट से बाहर हुए हैं। उनके साथ सरकार क्या करेगी। सरकार बताए कि उन लोगों को लेकर क्या रुख है। असम के एक मंत्री कहते हैं कि मुसलमानों को बाहर निकाल देंगे और हिंदुओं को नागरिकता देंगे। अफवाह खुद सरकार फैला रही है।”