राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू दो दिन के तमिलनाडु दौरे पर शनिवार सुबह पहुंची है। राष्ट्रपति बनने के बाद यह उनकी राज्य की पहली यात्रा है। मुर्मू का एयरपोर्ट पर राज्यपाल आर.एन.रवि, राज्य के आईटी और डिजिटल सेवा मंत्री टी.मानो थंगराज, मदुरै जिले के कलेक्टर और वरिष्ठ अधिकारियों ने उनका स्वागत किया है। वह प्रसिद्ध मीनाक्षी सुंदरेश्वर मंदिर गईं और पूजा की है। उनके मंदिर में अन्नदानम भक्तों को मुफ्त भोजन योजना में भी शामिल होने की संभावना है।

महाशिवरात्रि के कार्यक्रम में होगी शामिल
राष्ट्रपति ने मंदिर में लगभग 45 मिनट बिताए और इस दौरान उन्होंने मंदिर के तालाब के दर्शन भी किए। मंदिर में पूजा करने के बाद वह कोयंबटूर जाएंगी, जहां वह ईशा योग केंद, में महाशिवरात्रि समारोह में भाग लेंगी। मुर्मू महा शिवरात्रि समारोह में मुख्य अतिथि होंगी, जिसके दौरान वह ईशा फाउंडेशन में ध्यानलिंग और योगेश्वर लिंग की पूजा करेंगी।

कुन्नूर में सैन्य केंद्र का करेगी दौरा
रेसकोर्स के सरकारी गेस्ट हाउस में रात भर रहने के बाद, मुर्मू कल हेलीकॉप्टर द्वारा नीलगिरी जिले के कुन्नूर में वेलिंगटन सैन्य केंद, का दौरा करेंगी और युद्ध स्मारक पर माल्यार्पण कर अपना सम्मान व्यक्त करेंगी। वह हेलीकॉप्टर से कोयम्बटूर हवाईअड्डे पहुंचेंगी और वापस दिल्ली के लिए उड़ान भरेंगी। पुलिस ने राष्ट्रपति के दौरे के मद्देनजर मदुरै और कपड़ शहर कोयंबटूर में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए हैं।
सुरक्षा को लेकर हुए पुख्त इंतजाम
पुलिस सूत्रों ने कहा कि मदुरै में मंदिर और उसके आसपास पांच स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है और एक सौ से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। वाहनों की चेकिंग तेज कर दी गई है और बैरिकेड्स लगा दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि तीन हजार से अधिक पुलिसकर्मियों को सुरक्षा ड्यूटी पर तैनात किया गया और कड़ सुरक्षा व्यवस्था के तहत मंदिर और उसके आसपास आठ वाच टावर बनाए गए। राष्ट्रपति के दौरे के तहत कोयम्बटूर में भी सुरक्षा कड़ कर दी गई। शहर और उपनगरों में पांच हजार से अधिक पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई। पुलिस ने राष्ट्रपति के दौरे को देखते हुए, दोनों शहरों में ड्रोन उड़ने पर भी रोक लगा दी है।