पश्चिम बंगाल की सीएम एंव तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने भारतीय जनता पार्टी पर कटाक्ष रूप से निशाना साधते हुए बुधवार को कहा कि उनकी पार्टी बाहर से आने वाले लोगों को पूर्वोत्तर राज्य के निवासियों पर नागरिकता संशोधन कानून सीएए और राष्ट्रीय नागरिक पंजी एनआरसी नहीं थोपने देगी। बनर्जी ने मेघालय में एक चुनावी रैली में कहा, बाहर से आने वाले लोगों को अपने ऊपर सीएए, एनआरसी लागू न करने दें। उन्होंने राज्य में कोनराड संगमा सरकार पर राज्य में विकास कार्य नहीं करने और घोटाले में शामिल होने का भी आरोप लगाया है।

क्या है सीएए बिल जानें
सीएए को सरल भाषा में समझे तो इसके तहत भारत के तीन मुस्लिम पड़ोसी देश पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से आए गैर मुस्लिम प्रवासी इनमें भी 6 समुदाय हिंदू, ईसाई, सिख, जैन, बौद्ध और पारसी को भारत की नागरिकता देने के नियम को आसान बनाया गया है, इससे पहले भारत की नागरिकता हासिल करने के लिए किसी भी व्यक्ति को कम से कम 11 साल तक भारत में रहना जरूरी था, नागरिकता संसोधन अधिनियम 2019 के तहत इस नियम को आसान बनाया गया है और नागरिकता हासिल करने की अवधि को 1 से 6 साल किया गया है।
क्या है एनआरसी जिसका हो रहा है विरोध
नैशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन बिल एक रजिस्टर प्रक्रिया है जिसमें भारत में रह रहे सभी वैध नागरिकों का रिकॉर्ड रखा जाएगा, बता दें कि एनआरसी की फिलहाल यह असम के अलावा किसी अन्य राज्य में लागू नहीं है।

ममता ने मेघालय के लोगों से की अपील
उन्होंने कहा, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) मेघालय का विकास कर सकती है इस सरकार को बदलो यहां कुछ भी नहीं है। मेडिकल कॉलेज नहीं है, इलाज के लिए बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था नहीं है, कोई विकास नहीं है, लेकिन घोटाले हैं। बनर्जी ने लोगों से उनकी पार्टी को वोट देने की अपील की। उन्होंने कहा, मेघालय में टीएमसी को वोट दें, हम दिल्ली से भाजपा को बाहर करेंगे।