हरिद्वार, संजय (पंजाब केसरी): यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर डब्ल्यूएफआई प्रमुख और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ विरोध के निशान के रूप में अपने पदक गंगा नदी में विसर्जित करने के लिए हरिद्वार पहुंचे पहलवानोंं को यहां विभिन्न गंगा सभा को छोड़ अन्य राजनैतिक संगठनों को पूरा समर्थन प्राप्त हुआ।पहलवानों द्वारा हर की पौड़ी पर पदक विसर्जन किए जाने की घोषणा पर हर की पौड़ी की प्रबंध कार्यकारिणी संस्था श्री गंगा सभा ने आपत्ति जताई और विसर्जन की अनुमति देने से मना कर दिया है। सभा के अध्यक्ष नितिन गौतम ने बयान जारी कर कहा है कि यह सनातन का पवित्र तीर्थ स्थल है, इसे राजनीति का अखाड़ा नहीं बनने दिया जाएगा।
गंगा दशहरा स्नान पर्व होने के चलते हर की पौड़ी के गंगा घाट श्रद्धालुओं से लबालब भरे हुए थे। इस बीच दिल्ली से पहलवानों और उनके समर्थकों के पहुंचने व नारेबाजी से घाटों पर अफरातफरी की स्थिति बन गई। वहीं, सभी पहलवान हरकी पौड़ी घाट पर ही धरने पर बैठ गए और बृजभूषण मुर्दाबाद के नारे लगाने लगे। इस बीच कांग्रेस के तमाम नेता व पदाधिकारियों ने उनका समर्थन किया। यहां पहलवानों को रोकने के लिए जिला प्रशासन ने पुलिस बल तैनात किया था। इसके साथ ही गाेताखोर भी तैनात किए गए। जिला प्रशासन ने पहलवानों को गंगा में पदक विसर्जन करने से रोकने की बात से इनकार किया है। बताया गया कि गोताखोर तैनात कर दिए गए हैं, जिससे विसर्जित किए जाने वाले पदकों को सुरक्षित निकाला जा सके। हालांकि, आधिकारिक रूप से किसी भी घटना दुर्घटना की आशंका को देखते हुए गोताखोरों की तैनाती बताई गई है। उनके समर्थन में विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ता भी बड़ी संख्या में हर की पौड़ी पर मौजूद दिखे। पहलवानों के समर्थन में जुटे लोगों ने जमकर नारेबाजी की।
पहलवानों से मिलने के लिए भारतीय किसान यूनियन के नेता नरेश टिकैत हरिद्वार आए। टिकैत ने यहां आकर पहलवानों को मनाने का प्रयास किया। खाप पंचायतों के कुछ नेता भी उनके साथ शामिल रहे। हरकी पैड़ी पर सुरक्षा के मद्देनजर भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहा। हालांकि, पुलिस ने किसी पहलवानों और या समर्थक को रोकने का प्रयास नहीं किया था। उधर दूसरी ओर, हर की पौड़ी की प्रबंध कार्यकारिणी संस्था श्री गंगा सभा ने दिल्ली जंतर मंतर पर धरना प्रदर्शन करने वाले पहलवानों के हर की पौड़ी पर पदक विसर्जन किए जाने की अनुमति देने से मना कर दिया है। सभा ने पहलवानों की इस घोषणा पर आपत्ति की है। हर की पौड़ी की प्रबंध कार्यकारिणी संस्था श्री गंगा सभा के अध्यक्ष नितिन गौतम ने बयान जारी कर कहा है कि यह सनातन का पवित्र तीर्थ स्थल है, इसे राजनीति का अखाड़ा नहीं बनने दिया जाएगा। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि वह पहलवानों को ऐसा करने से रोके।
आशंका व्यक्त करते हुए कहा कि प्रतिदिन संध्या कालीन आरती के लिए हजारों श्रद्धालु हर की पौड़ी और उससे जुड़े गंगा घाटों पर शाम 5:00 बजे के बाद से श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटना शुरू हो जाते हैं, यह भीड़ रात करीब 7:30 से 8:00 बजे तक बनी रहती है। ऐसे में पहलवानों की यह हरकत किसी भी बड़ी दुर्घटना या भगदड़ का कारण बन सकती है। इस दृष्टिकोण से भी उनके इस कदम पर रोक लगाई जानी चाहिए। श्री गंगा सभा के अध्यक्ष नितिन गौतम ने कहा कि हर की पौड़ी गंगा आरती और अस्थि विसर्जन का क्षेत्र है ना कि मेडल विसर्जन का, श्री गंगा सभा ऐसे किसी भी कृत्य का विरोध करती है, निंदा करती है, और बहिष्कार करती है। कहाकि तीर्थ की मर्यादा बनी रहनी चाहिए, इसे राजनीति का अखाड़ा नहीं बनने दिया जाएगा। कहा, हरिद्वार में सभी जगह पर गंगा जी प्रवाहित हैं, पहलवान अपना यह कार्य किसी अन्य जगह भी संपन्न कर सकते हैं। पर, हर की पौड़ी पर यह करने की उन्हें अनुमति नहीं होगी।