अकाली दल के वरिष्ठ नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने मंगलवार को कहा कि शिरोमणि अकाली दल-बहुजन समाज पार्टी गठबंधन पंजाबियों के सम्मान के लिए लड़ रही हैं। लोकसभा उपचुनाव के लिए फिल्लौर हलके में शिअद-बसपा के सांझा उम्मीदवार सुखविंदर कुमार सुक्खी के समर्थन में सभाओं को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री ने कहा कि पंजाबियों को कांग्रेस को खारिज कर देना चाहिए जो बार-बार जीतने के बावजूद विकास करने में विफल रही है। उन्होंने कहा कि आप तथा भाजपा पंजाबियों का दमन कर रही हैं।
कांग्रेस विकास कार्य करने में रही असफल
मजीठिया ने कहा कि भले ही कांग्रेस पार्टी ने चुनावों में अठारह में से 14 बार चुनाव जीता हो, लेकिन यह इसका विकास करने में विफल रही है। उन्होंने कहा कि सब जानते हैं कि पूर्व सांसद चौधरी संतोख सिंह को कभी इस हलके में नहीं देखा गया। उन्होंने कहा, पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने हलके के लिए कुछ नहीं किया और किसी बुनियादी ढ़ाचा परियोजना को लागू करने के लिए कुछ भी नहीं किया गया।’’ मजीठिया ने कहा कि जालंधर के लिए कुछ नहीं करने वाली मौजूदा आप पार्टी की सरकार अपनी विफलताओं से ध्यान भटकाने के लिए भय का माहौल पैदा करने के लिए जानी जाती है।

पंजाब और पंजाबियों के बारे में गलत संदेश उजागर किया गया
यह बेहद दुर्भाज्ञपूर्ण है कि आप पार्टी की सरकार ने भाजपा के नेतृत्व वाली केंद, सरकार के साथ मिलकर एनएसए लगाने के अलावा पवित्र धार्मिक स्थानों पर श्रद्धालुओं की आवाजाही पर रोक लगा दी। ’’ उन्होंने कहा कि यह सब देश और दुनिया में पंजाब और पंजाबियों के बारे गलत संदेश देने के लिए किया गया है। मजीठिया ने कहा कि आप और भाजपा ने दलबदलुओं को टिकट दिया है। उन्होंने कहा कि आप के उम्मीदवार सुशील रिंकू, जो एक महीने पहले कांग्रेस में थे, ने महिलाओं से आग्रह किया था कि जब आप उनके पास जालधंर लोकसभा सीट के उपचुनाव के लिए वोट मांगने आएं, तो वे वादे के अनुसार प्रति माह 1000 रुपया प्रति माह की मांग करें। अब वही आदमी आम आदमी पार्टी का उम्मीदवार बन गया है।
आप पर आपराधियों को टिकट देने का लगाया आरोप
पूर्व मंत्री ने जलालाबाद के विधायक जगदीप गोल्डी कंबोज के परिवार का उदाहरण देते हुए बताया कि कैसे आप की सरकार ने आपराधिक तत्वों को पार्टी टिकट दिया, जो हाल ही में देह व्यापार, जबरन वसूली मामले में शामिल पाये गये हैं। उन्होंने लोगों से दिल्ली से चलाई जा रही आप को खारिज करने का आग्रह किया, जो मूल रूप से पंजाब और पंजाबी विरोधी है।
