गिरती जन्म दर से अपने देश को बचाने के लिए कई देशों में सरकार माता-पिता को बच्चे पैदा करने के लिए आर्थिक मदद दे रहे है। कुछ देशों में घटती जनसंख्या वृद्धि दर आर्थिक तंगी का कारण बन रही है। जनसंख्या बढ़ाने के लिए, कुछ देशों ने जन्म देने की योजना बनाने वाले जोड़ों को आर्थिक मदद करने की नीति अपनाई है। आज की खबर में हम आपको कुछ ऐसे ही देश के बारे में बताने वाले है।
जापान
जापान में बढ़ती उम्र की आबादी में तेजी को देखते हुए देश में अधिकारियों ने युवा आबादी को बढ़ाने के लिए एक नई नीति शुरू की है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, जापान में रहने वाले लोगों की रिश्तों और शादी में दिलचस्पी धीरे-धीरे कम होती जा रही है। जिस कारण जापान में बूढ़ो की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इसलिए जापान सरकार को जन्म लेने वाले प्रत्येक बच्चे के लिए 6 लाख रुपये का नकद इनाम देने के लिए प्रेरित किया है।
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रूस
रूस ने भी देश में जनसंख्या बढ़ाने में मदद करने के लिए इसी तरह की नीति अपनाई है। यहाँ पर 12 सितंबर को सार्वजनिक अवकाश माना जाता है, उन जोड़ों के लिए जो बच्चे पैदा करने की योजना बना रहे हैं। एक बार रूस में एक बच्चे का जन्म हो जाने के बाद, परिवार को बच्चे के पालन-पोषण के लिए इलेक्ट्रॉनिक सामान के साथ अपना घर और एक कार मिल जाती है। दूसरा या तीसरा बच्चा पैदा होने पर माताओं को 7 लाख रुपये की राशि दी जाती है।
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रोमानिया
यूरोप का रोमानिया देश एक और ऐसा देश है जहां बच्चे होने पर कपल्स को टैक्स देने से छूट दी जाती है। इसके विपरीत, संतान को जन्म नहीं देने वाले जोड़ों को 20 फीसदी अतिरिक्त टैक्स देना होता है। यहाँ की सरकार ऐसे कुछ रूल लगा कर लोंगो को बच्चा पैदा करने के लिए बोल रही है।
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बेलोरूस
इस यूरोपीय देश की जनसंख्या बढ़ाने का तरीका ये है कि बच्चे के जन्म के बाद तीन साल तक पैसा मुहैया कराना है। बच्चे के पैदा होते ही उसके माता-पिता को 1.28 लाख रुपये की राशि दी जाती है। इसके अतिरिक्त, तीन साल तक हर महीने माता-पिता को 18,000 रुपये भी दिए जाते हैं ताकि उनके बड़े होने के वर्षों के दौरान बच्चे की आपूर्ति में कोई कमी न हो।
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फिनलैंड
2013 में फ़िनलैंड में लेस्तिजार्वी की नगर पालिका ने जोड़ों को बेबी बोनस के रूप में देना शुरू किया। जिस दिन बच्चा पैदा होता है, माता-पिता को 7.86 लाख रुपये का शानदार इनाम दिया जाता है। ऐसा यहाँ इसलिए है क्योंकि फिनलैंड में जनसंख्या दर धीरे-धीरे घट रही है।