दिल्ली देश की राजधानी जहां से पुरे देश की शासन चलती है। दिल्ली कहा जाता है कि दिल्ली को अंग्रेजो ने 1911 में बसाया लेकिन दिल्ली का इतिहास सदियों पुराना है। इस बीच ना जाने दिल्ही कितनी बार बसी और कितनी बार उजड़ गई। सब कुछ बदल गया लेकिन आज भी अपने देश की दिल दिल्ली ही कही जाती है। शासन बदल समय बदला दिल्ली का विकास होता ही रहा। आज दिल्ली में आपको इतिहास सदियों पुराना भी अच्छे से देखने को मिल जायेगा और विकास के नए रास्ते भी।

आप राजधानी में कही भी आते जाते होंगे तो आप बस या तो मेट्रो का ज्यादा इस्तेमाल करते होंगे। आज आपको दिल्ली के रास्तों अपर काफी अच्छे और शानदार बस मिल जाएंगे। लेकिन क्या आपको पता है कि कभी दिल्ली में भी डबल डेकर बस चलती थी। बस तो बस इसका किराया भी सुन कर आपका दिमाग ठंडा होने वाला है। इस बात का पता चलता है एक फेसबुक पोस्ट से जहां सब दोस्त अपने कॉलेज के दिनों के याद करके दिल्ली के बस और किराया के बारें में बताते हैं।

फेसबुक पर रघुवीर बोरा नाम के आदमी ने पुरानी डीटीसी बस की फोटो शेयर की है। इस तस्वीर के कैप्शन में उन्होंने लिखा है, ‘1970 में दिल्ली के सरोजिनी नगर से देवनगर तक चलने वाली डीटीसी की डबल डेकर बस.’ दिल्ली की सड़कों पर इसके बाद भी 90 के दौर तक ऐसी बसें दौड़ती थीं लेकिन उनके मॉडल अलग थे। एक यूजर सुमंत चड्ढा ने इस पर लिखा कि सबसे पहले 60 के दशक में डीटीसी ने डबल डेकर बस चलाई थी।

तब वह छात्र थे और रोज इस बस में आना-जाना होता था। वह ईस्ट पटेल नगर स्थित दिल्ली पब्लिक लाइब्रेरी तक शादीपुर डिपो से जाया करते थे। तब किराया महज 5 पैसे हुआ करता था. उन्होंने लिखा है, ‘तब बस में किराया 5 पैसे हुआ करता था. अब डीटीसी में न्यूनतम किराया ही 5 रुपये है।