वास्तु शास्त्र के अनुसार मोरपंख को सही दिशा और कुछ नियमों के साथ घर में रखने से घर से आर्थिक संकट दूर हो जाता है।मोरपंख के महत्व के बारे में वास्तु शास्त्र में बताया गया है। भगवान श्रीकृष्ण के प्रिय मोरपंख को घर में रखना शुभ होता है।

वास्तु शास्त्र में आर्थिक तंगी से बचने और घर में सुख-शांति बनाए रखने के लिए कई तरह के उपाय बताए गए हैं। यदि आप नियम अनुसार सभी उपाय के पालन करें तो इसका असर भी देखने को मिलता है। ऐसा ही एक वास्तु शास्त्र मोरपंख से भी जुड़ा है। मोरपंख को भगवान कृष्ण का आभूषण भी माना जाता है।

अगर आपके पास पैसे नहीं टिकते हैं या फिर आपको फिजूलखर्ची की आदत है तो मोरपंख के कुछ उपाय आपको राहत दिला सकते हैं। मोरपंख को अपने पूजा स्थल पर रखने से आपको इसका विशेष लाभ मिलेगा। पूजा या मंदिर में रखा मोरपंख घर में बरकत लाता है. इससे परिवार के सदस्यों के बीच के संबंध भी मधुर होते हैं।

शनि की उल्टी दिशा होने से परेशान है तो उसके लिए भी मोरपंख के उपाय बहुत कारगर माने जाते हैं। जातक को अपने तकिए के नीचे 7 मोरपंख डालकर रखने चाहिए। ऐसा माना जाता है कि मोर पंख का ये उपाय करने से शनि दोष से छुटकारा मिल जाता है।
मोरपंख को घर में लाने से पहले आपको ये देखना होगा कि उस दिन कोई अशुभ घड़ी न हो। किसी शुभ दिन ही घर में मोरपंख लेकर आएं। शनिवार के दिन मोरपंख लाना शुभ होता है।

शनिवार के दिन मोर पंख लाएं और इस पर कुछ बूदें गंगा-जल की डालें और रात के समय इसे अपने घर के अग्निकोण दिशा यानी की दक्षिणी-पूर्व दिशा में रखें। इस दिशा को मोरपंख रखना शुभ माना जाता है। इस दिशा में मोरपंख रखने से आर्थिक संकटों का सामना नहीं करना पड़ता है। घर में काम कर लोगों को कारोबार मे तरक्की मिलती है।