श्री हनुमान जी की पूजा का दिन मंगलवार को माना गया है। मान्यताएं हैं कि सभी प्रकार के कष्ट हनुमान जी से जुड़े उपाए करने से दूर होते हैं। हनुमान जी से जुड़े उपाए भूत-प्रेत का भय, साहस की कमी, बौद्धिक क्षमता का अभाव, शत्रुओं से भय चाहे कोई भी शारीरिक पीड़ा हो इन सभी से भक्तों को निजात दिलाते हैं।

कष्ट दूर होते हैं हनुमान चालीसा के पाठ से

अगर किसी भी व्यक्ति को जेल की सजा मिली हुई है तो वह क्षमा-प्रार्थना संकल्प लेकर करे और यह भी वादा करे कि वह आगे कोई भी कुकर्म नहीं करेगा और हनुमान चालीसा का पाठ 108 बार करे। व्यक्ति पर अगर हनुमान जी ने अपनी कृपा कर दी तो वह अपनी जेल की सजा से मुक्त हो जाएगा।
शत्रुओं के भय से मुक्ति मिलती है बजरंग बाण के पाठ से

व्यक्ति को शत्रुओं के कुचक्र से बचाने में सहायक होता है बजरंग बाण। यदि भक्त इसका पाठ सच्चे मन से करता है तो उसके शत्रुओं का विनाश से हो जाता है। लेकिन भक्तों को एक जगह बैठकर ही इसका पाठ अनुष्ठानपूर्वक 21 दिनों तक करना होता है साथ ही आपको संकल्प लेना चाहिए हमेशा सच्चाई के मार्ग पर चलने का। पवित्र लोगों का ही हनुमान जी साथ देते हैं। यह उपाए करने से 21 दिनों के बाद आपको मनचाहा फल मिल जाएगा।
शनि दोष से मुक्ति मिलती है हनुमान जी की आराधना से

जिस व्यक्ति पर हनुमान जी अपनी कृपा कर देते हैं शनि और यमराज उसका कुछ भी बुरा नहीं कर सकते। अगर आप पर शनि ग्रह का प्रभाव है तो आप हनुमान मंदिर हर मंगलवार के दिन जाएं साथ ही शराब व मांस के सेवन से दूर रहें। हनुमान चालीसा का पाठ या सुंदरकांड का पाठ शनिवार के दिन करेंगे तो शनि भगवान की कृपा आप पर बरसेगी।
हनुमान बाहुक

अगर आप बीमारियों से ग्रस्ति हैं तो हनुमान जी की मूर्ति के सामने जल का एक पात्र रखकर 26 या 21 दिनों तक हनुमान बाहुक का पाठ करें। उस जल को हर रोज ग्रहण कर लें और दूसरे दिन जल रख दें। शरीर की समस्त पीड़ाओं को हनुमान जी दूर करेंगे।
हनुमान मंत्र बहुत शक्तिशाली होता है

अगर आपको अंधेरे या भूत-प्रेत का भय हो ताे आप ॐ हं हनुमंते नम: नित्य का जाप 108 बार सुबह शाम कर लें। कुछ ही दिनों में आपका यह भय दूर हो जाएगा।
हनुमान मंदिर के दर्शन करें मंगलवार के दिन

हनुमना मंदिर में हर मंगलवार और शनिवार के दिन जाएं और गुड़, चना चढ़ाएं। 21 दिनों तक ऐसा करें और हनुमानजी को चोला 21 दिन पूरे करने के बाद चढ़ा दें। घर में सुख-शांति प्रदान करेंगे हनुमान जी।