इन दिनों एशिया कप-वर्ल्ड कप को लेकर लगातार विवाद चल रहा है कि भारत-पाकिस्तान एक दूसरे की मेहमान बाजी करेगा या नहीं। एशिया कप के लिए भारत ने ऐलान कर दिया है कि वो पाकिस्तान खेलने नहीं जाएगा वहीं पाकिस्तान भी लगातार धमकी दे रहा है कि वो विश्व कप खेलना भारत नहीं आएगा। वहीं बाकी खेल की बात करें तो उसमें दोनों देश को कोई दिक्कत नहीं है कि वो एक-दूसरे के देश में जाकर गेम खेले। आखिर ऐसा क्यों हैं।

दरअसल कल यानी बुधवार को अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ ने अगले महीने होने वाले दक्षिण एशियाई फुटबॉल चैंपियनशिप की घोषणा की हैं। इसमें पाकिस्तान की टीम भारत खेलने आएगी, जहां दोनों देश के बीच 21 जून को मुकाबला खेला जाएगा। वहीं इस टूर्नामेंट के लिए पाकिस्तानी टीम को इजाजत भी मिल चुकी हैं। वहीं हॉकी में भी दोनों देश अगस्त के महीने में एक दूसरे के खिलाफ चेन्नई में भिड़ेगी। हालांकि इसके लिए पाकिस्तान को फंड की जरूरत है, जो कि उन्हें कहीं न कहीं से मिलने की संभावना हैं। अगर फंड मिल जाता है पाकिस्तान को तो फिर उनकी टीम भारत का दौरा पक्का करेगी। वहीं पाकिस्तान हॉकी महासंघ के महासचिव ने कहा कि पाकिस्तान निश्चित तौर पर चेन्नई जाएगा।

चलो इन सब में हम ये मान भी ले कि पाकिस्तान भारत का दौरा करेगा, लेकिन हाल ही में हुए ब्रिज खेल की बात करें तो उसमें भारतीय टीम पाकिस्तान का दौरा की थी। वहां के लाहौर में टीमें खेल कर भी आई और तारिफ भरे शब्दों में कहा कि कि उनका वहां सत्कार काफी शानदार तरीके से हुआ। तो यहीं पर सवाल खड़ा हो जाता है कि आखिर क्रिकेट में ऐसा क्यों नहीं होता। इसका सीधा सा जवाब है कि भारत और पाकिस्तान में क्रिकेट सबसे लोकप्रिय खेल है, दोनों देश के बीच मुकाबले को लोग बड़े जोश से देखते हैं। वहीं पाकिस्तान भारतीय क्रिकेट टीम को सुरक्षा दे पाएगा या नहीं, यह बीसीसीआई को लगातार सोचने पर मजबूर कर रहा है।

वहीं एशिया कप के लिए भारत पाकिस्तान का दौरा नहीं कर रहा है और साथ ही साथ अब लगभग तय हो चुका है कि एशिया कप का वेन्यू पाकिस्तान नहीं होगा। तो देखते है क्या इस मुद्दे पर फैसला लिया जाता हैं। वहीं अक्टूबर-नवंबर में होने वाले विश्व कप के लिए पाकिस्तान भारत का दौरा करता है या नहीं यह भी देखने वाली बात होगी। तो यह देखने वाली बात होगी कि आखिर दोनों दी मुद्दे पर अंतिम फैसला क्या होता हैं।